राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jul 29 2019 8:02PM पंचायतें खुद को प्रगतिशील मुद्दों के साथ जोड़ें: अभिमन्यु
हिसार, 29 जुलाई (वार्ता) हरियाणा के वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि समय के साथ आने वाली नई सामाजिक चुनौतियाें का सामना करने के लिए नए सामाजिक मूल्यों का गठन किया जाता है। हमारे ऋषि मुनियों ने ऐसी व्यवस्था की थी जिसके अनुसार लोग मिल-बैठकर आपसी विचार विमर्श से भविष्य की चुनौतियों का समाधान निकालें।
कैप्टन अभिमन्यु आज राखी गढ़ी में राखी बारह खाप के नवनिर्मित चबूतरे पर आयोजित जनसभा को संबोधित करते कर रहे थे । वित्त मंत्री को सत्रह गांवों के बारह खाप पंचायतों के सरपंचों ने फूलमाला व पगड़ी पहनाकार स्वागत किया। उन्होंने कहा कि हजारों सालों से खाप पंचायतों ने बिना लिखित कानून के गांव के लोगों के आपसी झगड़ों को निपटाने का काम किया है। हम चाहे कितने ही नए कानून बना लें फिर भी समाज मेें नई परिस्थितियां उत्पन्न होती रहेंगी और उन परिस्थितियों के कारण पनपे व्यवहार को नियंत्रित करने के लिए नए कानून बनाने पड़ेेंगे। कानून बनने तक समाज को ऐसी परिस्थितियों में स्वयं का संचालन करना पड़ेगा जो मिल-जुलकर आपसी भाईचारे के साथ ही हो सकता है।
उन्होंने कहा कि मानव समाज में सबसे पहला नियम परमात्मा का है जिसके अनुसार सभी जीव एक समान है। दूसरा नियम प्रकृति का है जिसमें हर जीव को प्रकृति के अनुसार आचरण करना है और उसे ऋतु, दिन -रात, मौसम आदि के अनुसार व्यवहार करना पड़ता है अन्यथा वह कष्ट में आ सकता है। तीसरा देश का नियम होता है। व्यक्ति जिस भूखंड या देश में रहता है उस देश में लागू कानून की पालना करना उसके लिए अनिवार्य है।
उनके अनुसार मनुष्य जिस समाज में रहता है उसे उसकी मर्यादा का पालन करना पड़ता है और सामाजिक बन्धनों मे रहना पड़ता है। जैसे-जैसे देश आगे बढ़ता है सामाजिक मूल्य उसके अनुसार तय करने पड़ते है। हमारे साधु संतो ने हमें इतनी आजादी दी कि बदलते समय के अनुसार हम अपने मूल्यों को ढाल सकें। हर 12वर्षों में कुंभ के मेले का आयोजन का सार भी यही है कि हम इन वर्षों में समाज में आए हुए परिवर्तन का मूल्याकंन एक स्थान पर कर सकें। खाप पंचायते इसी परंपरा के आधार विकसित हुई है। बुजुगों ने गांव में 36 बिरादरी के भाईचारे को कायम करने के साथ-साथ आपसी झगड़ों को मिल-जुलकर आपस में बातचीत के माध्यम से निपटाया जा सकता है।
उन्होंने कहा कि खाप पंचायतों को बदलते परिवेश में प्रगतिशील सोच को अपनाते हुए बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्वच्छ हरियाणा-स्वस्थ हरियाणा जैसे नए सामाजिक मुद्दों के साथ खुद को जोडऩा चाहिए।
सं शर्मा
वार्ता