हिसार, 31 जुलाई (वार्ता) हरियाणा की मनोहर लाल खट्टर सरकार में ओवरलोडिंग के नाम पर पांच हजार करोड़ रूपए से भी अधिक का घोटाला हुआ है।
जननायक जनता पार्टी के प्रधान एवं पूर्व सांसद दुष्यंत चौटाला ने आज यहां बताया कि इस घोटाले में खट्टर सरकार ने जमकर जनता को लूटा है। दोनों हाथों से लूट का यह काला धंधा पिछले कई बरसों से विभिन्न जिलों में चल रहा है। सुनियोजित ढंग से किए गए इस लूट के इस घोटाले में अकेली अफरशाही ही शामिल नहीं बल्कि इसमें सीएम से लेकर भाजपा सरकार के कई मंत्री, विधायकों और संलिप्तता से इन्कार नहीं किया जा सकता और इन लोगों ने मिलकर ही इस मनोहर घोटाले को अंजाम दिया है।
श्री चौटाला ने कहा कि इस घोटाले की जांच सीबीआई से होनी चाहिए ताकि लूट की कमाई करने वालों के कालिख भरे चेहरे जनता के सामने आ सकें। ओवरलोडिंग की इस काली कमाई के धंधे को मनोहर घोटाले की संज्ञा देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अपनी सरकार के लोगों को बचाने के लिए अधिकारियों को बलि का बकरा बनाने का प्रयास रहे हैं। एसआईटी की रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश भर के विभिन्न जिलों से प्रति माह 120 करोड़ रूपए की लूट की जा रही थी और गणना के अनुसार एक वर्ष 1400 करोड़ रूपए एकत्रित किए गए और ओवरलोडिंग के नाम पर चार वर्षों में इस काली कमाई का आंकड़ा पांच हजार करोड़ रूपए से अधिक का है।
उन्होंने कहा कि ओवरलोडिंग के नाम चालान करने का डर दिखा कर वाणिज्यिक वाहनों से यह अवैध वूसली की गई। वाहनों से विभिन्न जिलों में प्रति माह 100 करोड़ रूपए से अधिक की इस अवैध वसूली बिना सरकार की सीधी संलिप्तता के होने का सवाल ही नहीं है।
पूर्व सांसद ने कहा कि खट्टर सरकार में आए दिन घोटाले उजागर हो रहे हैं। सबसे पहले उन्होंने स्वयं से प्रदेश में हजारों करोड़ा रूपये का दवा घोटाले को तथ्यों सहित उजागर किया था, जिसका जिसकी जांच खट्टर सरकार ने पूरी नहीं की। इसके बाद रोडवेज में किलोमीटर स्कीम के नाम एक ऑन रिकार्ड एक हजार करोड़ रूपये का घोटाला सामने आया और इस किलोमीटर स्कीम को मंजूरी देने में मुख्यमंत्री से लेकर परिवहन मंत्री की सीधा दखल था। इस स्कीम में 1000 करोड़ रूपए का घोटाला सामने आया।
उनके अनुसार सरकारी नौकरियों देने में रिश्वतखेरी का घोटाला सामने आया। सरकार ने इन अब तक उजागर हुए घोटालों को दबा दिया और अधिकारियों तक जांच को सीमित कर दिया। हर घोटाले को हरियाणा की भाजपा सरकार सरकार के मंत्रियों, विधायकों, नेताओं व अपने चहेतों को बचाने के लिए बड़े ही मनोहर तरीके से अधिकारियों को बलि की बकरा बनाने का प्रयास कर रही है।