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आप सदस्यों ने उठाए गए आवारा कुत्तों के काटने के मुद्दे ,मुख्यमंत्री ने दिया भरोसा

चंडीगढ़, 05 अगस्त (वार्ता) पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने राज्य में आवारा कुत्तों के बढ़ते आतंक से निपटने के लिए आज इस दिशा में ठोस कदम उठाने का भरोसा दिया ।
उन्होंने सदन को बताया कि इस दिशा में सरकार काम कर रही है । ध्यानाकर्षण प्रस्ताव के दौरान आम आदमी पार्टी की सदस्य सरबजीत कौर माणूंके ने राज्य में आवारा कुत्तों की विकराल समस्या की ओर सदन का ध्यान आकर्षित किया तो इस पर पशु पालन मंत्री तृप्त रजिन्दर सिंह बाजवा और मुख्यमंत्री ने इसके हल के लिए विशेष कदम उठाने का भरोसा दिया।
कैप्टन सिंह ने आवारा कुत्तों की समस्या को गंभीर समस्या माना। जबकि श्री बाजवा ने इसके लिए केंद्र सरकार को भी जिम्मेदार बताया। पूर्व पशु पालन मंत्री बलबीर सिंह सिद्धू ने मृत पशुओं को जलाने के लिये विद्युत भट्टियां लगाने की सलाह दी, क्योंकि मरे पशुओं को खाने वाले कुत्तों के झुंड 'आदमखोर' बन रहे हैं।
आप सदस्य सरबजीत कौर माणूंके ने सरकारी आंकड़ों का हवाला देते हुए बताया कि 2018 में 1.13 लाख लोगों को आवारा कुत्तों ने काटा , जबकि 2017 में यह संख्या 1.12 लाख थी। इन लोगों में 50 प्रतिशत बच्चे थे। यह सिर्फ वे मामले हैं, जिनके बारे में अस्पतालों से जानकारी मिली है। पंजाब में हर रोज़ आवारा कुत्तों द्वारा काटने के 300 मामले सामने आते हैं। बीते दो सालों के दौरान पंजाब में दो लाख से अधिक लोगों को कुत्तों ने काटा है। पंजाब में आवारा कुत्तों की संख्या पांच लाख से अधिक बताई जा रही है।
आरटीआई के अंतर्गत प्राप्त जानकारी के अनुसार 2017 में आवारा कुत्तों की पांच जिलों में सबसे अधिक दहशत रही है। लुधियाना में 13000, पटियाला में 97000, जालंधर में 8100, होशियारपुर में 9700 और कपूरथला में 6700 व्यक्ति आवारा कुत्तों का शिकार हुए। 2016 में अमृतसर में 12000, मोहाली में 11000, लुधियाना में 10771, गुरदासपुर में 10252 और जालंधर में 8000 व्यक्तियों को आवारा कुत्तों ने काटा, 2016 दौरान फ़तेहगढ़ साहिब में कुत्तों के काटने के मामले में बढ़ौतरी हुई। बरनाला में 2016 के मुकाबले अगले साल पांच गुणा केस बढ़े और साल 2016 में 610 मामलों की संख्या अगले साल 3250 हो गई।
आप के सदस्य कुलतार सिंह संधवां, कुलवंत सिंह पंडोरी और अमन अरोड़ा ने 'ध्यानाकर्षण प्रस्ताव' के जरिये आटा-दाल स्कीम में मिल रही घटिया गेहूं का मुद्दा उठाया। श्री संधवां ने बताया कि घटिया गेहूं पेट की बीमारियों का कारण बन रही है। जिसके जवाब में खाद्य आपूर्ति मंत्री भारत भूषण आशु ने सदन को बताया कि स्मार्ट राशन कार्ड स्कीम के तहत वितरित की जा रही घटिया गेहूं की शिकायतें मिली हैं तथा इसके लिए दोषी कर्मचारियों और आधिकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की गई है।
श्री संधवां और जै कृष्ण सिंह रोड़ी ने कोटकपूरा और फरीदकोट शहरों में सीवरेज के मुद्दे उठाये ।
शर्मा
वार्ता
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