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बारिश के कारण अब तक 332 करोड़ का नुकसान

शिमला, 10 अगस्त (वार्ता) हिमाचल में कुछ स्थानों पर भारी बरसात के कारण दो व्यक्तियों की मौत हो गई है तथा अभी तक 332 करोड़ का नुकसान हो चुका है। इसमें 50 मवेशी मारे गये तथा सत्रह घर गिर गये ।
मौसम विभाग की मानें तो हिमाचल में अभी तक सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड हुई है। आने वाले दिनों में यह कमी पूरी हो सकती है। ऐसे में नुकसान कितना हो सकता है, इसका अंदाजा सहज ही लगाया जा सकता है।
औद्योगिक क्षेत्र नालागढ़ में बालद नदी की तेज धारा में एक मजदूर बह गया और किन्नौर जिले के निचार तहसील के शोलडिंग खडड पर बहने से एक अन्य व्यक्ति की मौत हुई है। इसकी पुष्टि किन्नौर के उपायुक्त गोपाल चंद ने की है। उपायुक्त ने कहा कि गत दिवस जिले के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश व बादल फटने के कारण सड़कों, पुलों, पेयजल व सिंचाई योजनाओं व विधुत विभाग को भारी नुकसान हुआ है। लोक निर्माण विभाग के सड़कों व पुलों को भारी बारिश व बादल फटने के कारण दो करोड़ 57 लाख रूपये का नुकसान आंका गया है।
उन्होंने बताया कि स्पीलो, लाबरंग, कानम सड़क के कराला नाले पर बाढ के कारण 6 मीटर सड़क बह गई है और इसके अलावा अनेक स्थानों पर सड़क को भारी क्षति हुई है। ठियोग में भूस्खलन होने से चार गाड़ियां मलबे की चपेट में आकर दब गई। रास्ता बंद होने से लोगों को परेशानी हुई लेकिन, बाद में एक तरफ से आवाजाही शुरु कर दी गई है। सड़क धंसने से इसमें एक टिप्पर, एक सूमो, एक ट्रैक्स और तीन कारें खाई में गिर गई है। पिछले चैाबीस घंटे में गमरूर 71, उना के ग्रामीण इलाकों में 67, उना में 51, नादौन 37, देहरा गोपीपुर और नगरोटा सूरियां 27, मंडी 26, मेहर 24, भरारी और सुजानपुर में 16, इसके इलावा अन्य इलाकों में बारिश हुई है।
राजस्व विभाग के प्रधान मुख्य सचिव तथा आपदा प्रबंधन प्रमुख ओंकार शर्मा ने कहा कि बारिश से नदियों के जल स्तर में इजाफा हुआ है, लेकिन ये इतना ज्यादा नहीं है जिससे बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो जाए। प्रदेश में सभी बांधों में अभी भी काफी जल की क्षमता है। बांधों के खतरे के निशान तक पहुंचने के लिए काफी जगह है। वहीं, किसी भी आपदा से निपटने के लिए आपदा प्रबंधन विभाग मुस्तैद है। सभी उपायुक्तों के साथ लगातार संपर्क बनाया हुआ है। बारिश की वजह से कई इलाकों में भूस्खलन हुआ है, जिसमें मंडी और कुल्लू इलाकों में नुकसान की जानकारी मिली है, लेकिन राहत कार्य सभी प्रभावित इलाकों में चल रहा है।
उधर, मौसम विभाग ने अगले दो दिन तक प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। मौसम विज्ञान केंद्र शिमला के निदेशक मनमोहन सिंह ने कहा कि प्रदेश में अभी भी अपेक्षा से कम बारिश रिकॉर्ड हुई है, लेकिन आगामी दिनों में लगातार बारिश से कमी पूरी हो सकती है।
सं शर्मा
वार्ता
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