Friday, Mar 29 2024 | Time 21:25 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


जलस्तर में कमी के साथ बाढ़ प्रभावित गावों में राहत कार्य तेज

जालंधर 27 अगस्त (वार्ता) पंजाब के जालंधर जिले के बाढ़ प्रभावित गांवों में जलस्तर में कमी आने के बाद जिला प्रशासन ने ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों के माध्यम से पशुओं के लिए भोजन, पानी, दवाइयों और चारे के रूप में राहत सामग्री की आपूर्ति करने का फैसला किया है।
उपायुक्त जालंधर वरिंदर कुमार शर्मा ने मंगलवार को कहा बाढ़ प्रभावित कई गांवों में जलस्तर कम हो गया है। ऐसे में नावों से उन तक पहुंचना मुश्किल हो गया है। उन्होंने कहा प्रशासन ने बाढ़ प्रभावित गांवों के लोगों के लिए ट्रैक्टर-ट्रॉलियों और ट्रकों के माध्यम से राहत सामग्री भेजने के लिए एक नई रणनीति अपनाई है। उन्होने कहा कि अब इन गांवों में सड़कों के माध्यम से खाद्य और नागरिक आपूर्ति, स्वास्थ्य, पशुपालन और अन्य अधिकारियों के दल भेजे जाएंगे। जो वाहनों द्वारा दवाओं, राशन, चारे और अन्य सामग्री की आपूर्ति करेंगे। उन्होंने कहा कि जिन स्थानों पर जलस्तर अधिक है वहां राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की नौकाओं से राहत अभियान जारी रहेगा।
उन्होंने कहा कि नायब तहसीलदार सुश्री स्वनदीप कौर के नेतृत्व में एक टीम को गांव गिद्दड़पिंडी में एक डेरा में बुजुर्ग महिला की मदद के लिए भेजा गया था। श्री शर्मा ने कहा कि नायब तहसीलदार के साथ डॉक्टरों की टीम ने निदान के बाद महिला को चिकित्सा प्रदान की।
बाढ़ प्रभावित गांवों में फंसे लोगों की स्वास्थ्य आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने मंगलवार को इन गांवों में महिलाओं और लड़कियों को सैनिटरी पैड वितरित करना शुरू कर दिया है।
उपायुक्त ने कहा कि आज तक 1850 खाने के पैकेट जिसमें 10 किलो आटा, पानी की बोतलें, एक किलो चीनी, एक किलो नमक, 250 ग्राम चाय, तीन तरह के मसाले और दूध पाउडर के पैकेट, 29 हजार लीटर पानी, 600 किलो सूखा दूध पाउडर, 2000 तिरपाल, 700 मच्छरदानी बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए नावों के माध्यम से आपूर्ति की गई है।
श्री शर्मा ने कहा कि बाढ़ प्रभावित गाँवों में फंसे मवेशियों के इलाज के लिए, पशुपालन विभाग की पशु चिकित्सा टीमें घर-घर जाकर पशुओं का समुचित इलाज कर रही हैं। उन्होंने कहा कि विभाग ने 22 अगस्त से गांव के मोबाइल नावों पर घर-घर जाकर लगभग 3000 बीमार जानवरों का इलाज किया है। उन्होंने कहा कि विभाग के विशेषज्ञों ने बाढ़ प्रभावित गांवों में 2634 पशुओं को हैमरेजिक सेप्टिसीमिया (एचएस) जैसी बीमारी के लिए टीका लगाया है। उन्होंने बताया कि विभाग के पास पशु चिकित्सा दवाओं का पर्याप्त भंडार है।
ठाकुर, उप्रेती
वार्ता
More News
जब मंडी में प्राकृतिक आपदा आई तब कंगना कहां थीं: सिंह

जब मंडी में प्राकृतिक आपदा आई तब कंगना कहां थीं: सिंह

29 Mar 2024 | 9:11 PM

शिमला, 29 मार्च (वार्ता) हिमाचल प्रदेश सरकार के लोक निर्माण मंत्री विक्रमादित्य सिंह ने मंडी लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी उम्मीदवार व अभिनेत्री कंगना रणौत से पूछा कि जब मंडी में इतनी बड़ी प्राकृतिक आपदा आई और करोड़ों रुपये का नुकसान हुआ, तब वह कहां थीं।

see more..
image