राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Sep 13 2019 4:55PM वीरान कुएं का सौंदर्यीकरण कर बना दिया सेल्फी प्वाइंट
सिरसा, 13 सितंबर (वार्ता) हरियाणा में सिरसा के लुदेसर गांव में अंग्रेजी हुकूमत के समय बने एक कुएं का सौंदर्यीकरण कर उसे सेल्फी प्वाइंट बना दिया गया है।
प्रशासनिक सूत्रों ने बताया कि दूसरे विश्वयुद्ध 1939-45 में इस गांव के 101 सैनिकों ने युद्ध में भाग लिया था जिनमें से 11 सैनिक शहीद हुए थे। उसके बाद ब्रिटिश सरकार ने गांव में कुआं बनाने के लिए पांच हजार रुपये की राशि दी थी।
गांव की युवा सरपंच योगेश कुमारी ने बताया कि प्रथम विश्व युद्ध 1914-19 के समय लुदेसर गांव की आबादी 400 थी। उस समय 42 जवान सेना में भर्ती थे। गांव में करीब हर परिवार से सैनिक था। सैनिकों ने ब्रिटिश सेना की ओर से महायुद्ध में भाग लिया। ब्रिटिश सरकार ने सैनिकों के सम्मान में वर्ष 1921 में वार मेमोरियल स्थापित करवाया। वहीं दस साल के लिए गांव का आबियाना माफ किया गया। इसके बाद दूसरे विश्वयुद्ध में भी सैनिकों ने हिस्सा लिया जिसमें 1939-45 में गांव के 101 सैनिकों ने भाग लिया और विभिन्नों देशों में हुए युद्ध में भाग लिया। गांव के 11 सैनिक शहीद हुए। तब गांव में एक और स्मारक बनाया गया। बाद में ब्रिटिश सरकार ने गांव में कुआं बनाने के लिए पांच हजार रुपये की राशि दी। इस कुएं से पास-पड़ोस के करीब आधा दर्जन गावों के लोग अपनी व मवेशियों की प्यास बुझाते थे।
उन्होंने बताया कि आजादी के बाद गांव में जलघर बना तो धीरे-धीरे इस कुएं का उपयोग घट गया और फिर कुआं जर्जर और वीरान हो गया। पंचायत ने हाल में इसे गांव की पुरानी धरोहर व शान मानते हुए इसके जीर्णोंद्वार का निर्णय लिया और कुएं का सौंदर्यकरण करवाते हुए इसे सेल्फी प्वांइट बना दिया। इस कुएं के पास बस स्टैंड, शहीदी स्मारक, तालाब व एक गोशाला बनी हुई है और अब यहां पर दिनभर लोगों का आना जाना लगा रहता है। गांव के अलावा वहां से गुजरने वाले पास-पड़ोस के गांवों के युवक भी यहां सेल्फी के लिए आ रहे हैं। जिला उपायुक्त अशोक गर्ग ने इस धरोहर को बचाने व सौंदर्यकरण के लिए गांव की सरपंच योगेश कुमारी की पीठ थपथपाई है।
सं महेश विक्रम
वार्ता