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कोई भी आपात स्थिति हो, डायल करें 112

कोई भी आपात स्थिति हो, डायल करें 112

चंडीगढ़, 20 सितंबर (वार्ता) एकीकृत आपातकालीन प्रतिसाद सहायता व्यवस्था (इमरजेंसी रेस्पांस सपोर्ट सिस्टम-ईआरएसएस) के आज यहां लोकार्पण के साथ चंडीगढ़ में अब कोई भी आपात स्थिति हो अलग-अलग हेल्पलाइन नंबर याद रखने की जरूरत नहीं है और 112 डायल करने से उन्हें तुरंत सहायता मिल जाएगी।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आज यहां देश में पहले एकीकृत ईआरएसएस, ई-बीट बुक और ई-साथी एप्लीकेशन (एप) का लोकार्पण किया।

महिलाओं और बच्चों की सुरक्षा के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय ने निर्भया फंड के अंतर्गत इस तरह के एप को जनता के लिए उपलब्ध कराया गया है ताकि महिलाओं और बच्चों के प्रति होने वाले अपराधों मे कमी लाई जा सके और इसी के अंतर्गत सेक्टर – 9 स्थित चंडीगढ़ पुलिस मुख्यालय में 112 कामन कंट्रोल रूम से पहले से चालित डायल न. 100 (पुलिस), 101 (दमकल) व 108 (स्वास्थ्य) सेवाओं को जोड़ दिया गया हैं। जिसके लिए पुलिस कंट्रोल रूम में इन सभी हेल्प लाइन के कर्मचारियों का अलग-अलग डेस्क बनाया गया है, डिस्पैचर यहीं बैठकर अपने-अपने विभाग के काल डिस्पैचर के जरिए निकटतम उपलब्ध पी सी आर / एंबुलेंस / फायर टेंडर को सूचित करेंगे। इसमें कंट्रोल रूम मेन काल डाइवर्ट करने की सुविधा भी होगी।

जब तक आम जनता इस आपातकालीन सेवा डायल 112 के बारे में पूरी तरह से जागरुक नही हो जाती तब तक पुराने आपातकालीन सेवा 100, 101, 108 भी चालू रखें जाएंगे। भविष्य में अन्य सभी आपातकालीन सेवाओं जैसे कि यातायात (1073) महिला हेल्प लाईन ( 1091, 181) चाईल्ड हेल्प लाईन (1098), व आपदा प्रबंधन सहित अन्य सेवाओं को भी इस आपातकालीन सेवा डायल 112 से जोड़ दिया जाएगा।

आज तक आपातकाल सहायता के लिए 20 से अधिक आपात नम्बर जनता की सुविधा के लिए चल रहे थे। कई बार नंबर व्यस्त रहने के कारण मिल नहीं पाता था लेकिन अब यह सेवा शुरु होने से इन सभी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ेगा।

ई-बीट बुक सिस्टम के तहत हर “ई-बीट बुक” के ईंचार्ज को एंडराइड फोन दिये गये हैं, जिसके अन्दर बीट-इंचार्ज के पास पूरी पुलिसिंग का रिकार्ड होगा एवं इस फोन पर एक क्लिक करते ही पूरे शहर से जुड़ी हर जानकारी जैसे कि बाजार, आभूषण विक्रेता, शराब के ठेके, वरिष्ठ नागरिकों की सूची, पीजी क्षेत्र के अच्छे बुरे नागरिकों के बारे में बीट ईंचार्ज को मिल जायेगी। इस पर अपराधियों के बारे में पूरा रिकार्ड दर्ज होगा। आम नागरिक गूगल प्ले स्टोर या एप्पल स्टोर से अपने मोबाईल पर ई-साथी एप डाउनलोड कर सकता है, जिससे कि कोई भी नागरिक किसी भी प्रकार की आपराधिक गतिविधि, नशा-बिक्री, जुआ-सट्टे बाजी आदि की जानकारी पुलिस को आसानी से दे सकेगा। इसके साथ ही क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक भी इस एप के माध्यम से पुलिस के सम्पर्क में रहेंगे। ई-बीट में इंटरएक्टिव फीचर भी होगा जिससे कि संबंधित क्षेत्र के निवासी से सीधा सम्पर्क करके अपने सुझाव और शिकायत दे पायेंगे | इसके अतिरिक्त “ई-साथी एप” से आम जनता को बिना थाने में गए “आपकी पुलिस आपके द्वार” योजना के तहत पासपोर्ट सत्यापन, किरायेदार सत्यापन, नौकर सत्यापन, चरित्र सत्यापन आदि सेवाओं की अपने क्षेत्र के थाना-अध्यक्ष को सूचना देनी होगी और उनके एक बटन दबाते ही सम्बंधित थानाध्यक्ष उनके दिए हुए समय पर बीट सिपाही भेजकर वांछित सेवा प्रदान करेगा| इसके लिये नागरिकों को स

एप्लिकेशन डाउनलोड करना होगा। इसके अतिरिक्त ई-बीट बुक सिस्टम की भी शुरूआत की गई है जिसके अंतर्गत 54 अटल सहभागिता केंद्र बनाए गए हैं। अटल सहभागिता केंद्र शहर की सभी 54 में बनाये गये हैं और प्रत्येक दो बीट पर एक बीट-अधिकारी नियुक्त किया गया है। जनता अपने थाने के अतिरिक्त अटल सहभागिता केंद्र में जाकर सुविधानुसार पुलिस को शिकायत व सुझाव दे सकती हैं। अब चण्डीगढ में बीट स्टाफ की कोई भी कानून व्यवस्था संबंधित ड्यूटी नहीं लगाई जाएगी और वे केवल अपने क्षेत्र में रहकर पुलिसिंग व घटित अपराधों की ही जांच करेंगे। इस क्रांतिकारी तकनीकी रुप से सुदृढ़ योजना के द्वारा आपातकालीन प्रतिक्रिया के समय में कमी आएगी।

महेश विक्रम

वार्ता

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