अमृतसर, 26 सितंबर (वार्ता) शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने आज आरोप लगाया कि अमृतसर के सांसद गुरजीत औजला के रिश्तेदार बम विस्फोटों में शामिल थे और वह उन्हें राजनीतिक आश्रय दे रहे हैं जो निंदनीय है और राज्य के माहौल और सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ देगा।
पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया के नेतृत्व में शिअद नेताओं ने यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राज्य में इस साल जनवरी में तरनतारन में हुए बम विस्फोट सहित विभिन्न बम विस्फोटों की सीबीआई जांच की मांग की गई थी, जिसे सांसद के प्रभाव से दबा दिया गया था। उन्होंने कहा कि अमृतसर के सांसद ने अपने पद का दुरुपयोग करते हुए जनवरी में पुलिस पर दबाव बना कर अपने रिश्तेदार गुरजंत सिंह को बचाया जिसने बाद में कडगिल गांव में पंचायत चुनाव के दौरान बम विस्फोट किया। उन्होंने कहा कि यदि औजला ऐसा करकने से परहेज करते तो पाकिस्तान पंजाब में हथियारों की घुसपैठ की कोशिशों को अंजाम देने में सफल नहीं हो पाता।
पूर्व मंत्री ने कहा कि गुरजंत सिंह इस महीने तरनतारन विस्फोट में घायल हो गया था, वह पाकिस्तान के इशारे पर काम कर रहे एक आतंकवादी समूह का हिस्सा था। उन्होंने कहा कि तरनतारन विस्फोट में शामिल गुरजंट और दो अन्य - अमृतपाल और हरजीत भी जनवरी में पंचायत चुनावों के दौरान कडगिल गांव में इसी तरह के उपकरण में विस्फोट करने में शामिल थे। उन्होंने कहा कि गुरजीत औजला ने पुलिस पर दबाव डाला और उन पर जनवरी में विस्फोटक अधिनियम के तहत मामला दर्ज नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि लोग अमृतसर के सांसद द्वारा उन्हें आश्रय देने के कारण देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त हो गए।
इस बात पर जोर देते हुए कि चूंकि मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह हमेशा खुद को एक कट्टर राष्ट्रवादी के रूप में पेश करते हैं, इसलिए उन्हें देश विरोधी तत्वों को शरण देने के लिए अमृतसर के सांसद के खिलाफ तत्काल कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि औजला को एक अन्य करीबी रिश्तेदार गुरभेज सिंह का समर्थन करने में उनकी भूमिका के बारे में बताने के लिए कहा जाना चाहिए जो गुरमीत के साथ लीग में भी थे। उन्होंने कहा, “कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को यह भी बताना चाहिए कि कांग्रेस नेताओं को राज्य का माहौल खराब करने की इजाजत क्यों दी जा रही है, जैसा कि उन्होंने पहले किया था। ऐसा लगता है कि कांग्रेस फिर उन्हीं गतिविधियों का सहारा ले रही है क्योंकि वह राज्य में किसी भी विकास या निवेश को सुनिश्चित करने में विफल रही थी।
श्री मजीठिया ने कहा कि मकसूदां और राजा सांसी धमाकों सहित बम धमाकों की बार-बार घटनाएं हुईं, इससे राज्य में एक डर का माहौल बन गया था और हाल ही में ड्रोन के जरिए हथियार और गोला-बारुद छोड़ने की घटना ने यह स्पष्ट कर दिया है कि पाकिस्तान पंजाब में आतंकवाद को फिर से जिंदा करने पर आमादा है। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में, जिस तरह से एक सांसद देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त रिश्तेदारों को शरण देने के लिए अपने पद का दुरुपयोग कर रहा है, वह चौंकाने वाला है और इसकी तुरंत जाँच होनी चाहिए।
पूर्व मुख्य संसदीय सचिव विरसा सिंह वल्टोहा और हरमीत सिंह संधू सहित अन्य नेताओं ने इस बारे में जानकारी दी कि कांग्रेस के नेता कैसे गुंडई और आतंकवाद को बढ़ावा दे रहे थे। यह भी बताया गया कि उग्रवादी नारायण सिंह चौरा के भाई को मंत्री सुखजिंदर रंधावा ने ब्लॉक समिति अध्यक्ष बनाया था। इस अवसर पर युवा नेता रविकरण कहलों भी उपस्थित थे। ठाकुर.श्रवण
वार्ता