Friday, Mar 29 2024 | Time 20:30 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


टाडा के तहत जेलों में सजा काट चुके कैदियों की रिहाई की केन्द्र से की मांग

टाडा के तहत जेलों में सजा काट चुके कैदियों की रिहाई की केन्द्र से की मांग

लुधियाना, 30 सितम्बर (वार्ता) पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने साफ कहा है कि उनकी सरकार ने केंद्र सरकार को टाडा के अधीन लंबे समय से जेलों में बंद कैदियों संबंधी सूची भेजी थी तथा पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह के हत्यारे या किसी अन्य विशेष कैदी को रिहा करने संबंधी केंद्र सरकार के फैसले में राज्य की कोई भूमिका नहीं है।

मुख्यमंत्री ने आज यहां कहा कि उनकी सरकार ने केंद्र सरकार की तरफ से मांग के अनुसार पंजाब में टाडा के अधीन बंद सत्रह कैदियों की सूची भेजी थी और कैदियों को रिहा करने संबंधी फैसला केंद्र सरकार ने अपने तौर पर ही लिया। राज्य सरकार को तो अभी तक नौ कैदियों के नामों की सूची भी मिली जिनको केंद्रीय गृह मंत्रालय ने विशेष माफी देने का फैसला लिया है।

उन्होंने बताया कि राज्य सरकार की तरफ से केंद्र सरकार को सौंपी 17 कैदियों की सूची में राजोआना का नाम भी शामिल था क्योंकि वह भी टाडा के अधीन कैदी है ।वह शेष कैदियों की तरह 14 साल से अधिक समय तक जेल काट चुका है। वह किसी को भी राज्य की शान्ति और सद्भावना को किसी कीमत पर भंग नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा कि एक पूर्व फौजी होने के नाते लोगों को भरोसा दिलाता हूं कि हम किसी भी चुनौती का मुकाबला करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और किसी भी सूरत में पंजाब की शान्ति में विघ्न नहीं पडऩे देंगे।

कैप्टन सिंह ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से राज्य में हथियारों और आतंकवादियों की घुसपैठ करवाकर राज्य की शान्ति को भंग करने की कोशिशें की जा रही हैं। उनकी सरकार सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाएगी।

मुख्यमंत्री ने आज दाखा विधानसभा हलके से पार्टी उम्मीदवार सन्दीप संधू के साथ नामांकन पत्र दाखिल करने बाद कहा कि राज्य में चारों उप चुनावों में कांग्रेस पार्टी पूर्णत: जीत हासिल करेगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी पूरी तरह एकजुट है और लोग भी इसके साथ खड़े हैं। सभी चारों सीटों पर पार्टी के हक में माहौल होने की रिपोर्टें मिल रही हैं।

दाखा विधानसभा हलके को अपना हलका बताते हुये उन्होंने कहा कि श्री संधू पिछले 12 सालों से पार्टी के लिए पूरी मेहनत और समर्पित होकर काम कर रहे हैं और वह इस हलके से चुने जाने पर इलाके और लोगों का विकास यकीनी बनाएंगे।

बाद में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि केन्द्रीय मंत्री हरसिमरत बादल पूरी तरह अयोग्य मंत्री है और यदि वह प्रधानमंत्री की जगह होते तो बहुत पहले ही श्रीमती बादल को मंत्रिमंडल से हटा देते । उन्होंने कहा कि हरसिमरत बादल और उनका भाई बिक्रम मजीठिया दोनों अयोग्य और असमर्थ हैं।

शर्मा

वार्ता

image