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मेले से ग्रामीण उत्पाद को मिलेगा विस्तारः वीरेंद्र कंवर

शिमला, 17 अक्तूबर (वार्ता) ग्रामीण क्षेत्र के कारीगरों शिल्पकार एवं दस्तकारों तथा विशेष रूप से स्वयं सहायता समूह के माध्यम से तैयार ग्रामीण उत्पाद को विस्तार प्रदान करने के उद्देश्य से नाबार्ड द्वारा आयोजित उड़ान मेला अत्यंत महत्वपूर्ण है।
ग्रामीण विकास पंचायती राज पशुपालन मंत्री वीरेंद्र कंवर ने आज नाबार्ड हिमाचल प्रदेश द्वारा पांच दिवसीय उड़ान मेले के उद्घाटन अवसर पर रिज मैदान पर अपने संबोधन में कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं विभिन्न स्वयं सहायता समूह के माध्यम से पारम्परिक ग्रामीण उत्पाद तैयार कर उन्हें बाजार में बेचते है जिससे न केवल उनकी आर्थिकी सुदृढ़ होती है, बल्कि ग्रामीण उत्पादों के संबंध में लोगों को भी जानकारी मिलती है। स्वयं सहायता समूह के उत्पाद जहां सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प बनकर उभर रहे हैं वहीं इससे स्वयं सहायता समूह को भी बहुत लाभ मिलेगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश में स्वयं सहायता समूह व ग्रामीण लोगों के उत्पाद को विपणन के लिए राष्ट्रीय राजमार्गों, सरकार के परिसरों में बेचने के लिए प्रबंध किए जा रहे है, वहीं सिविल सप्लाई की दुकानों तथा पर्यटन क्षेत्रों व पर्यटन विभाग के होटलों में भी विपणन और ब्रांडिंग के लिए सरकार द्वारा स्थान उपलब्ध करवाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के लिए नाबार्ड की भूमिका अग्रणी रहती है जहां बैंकिंग सेक्टर को नाबार्ड द्वारा मजबूत किया जाता है वहीं ग्रामीण क्षेत्र में सिंचाई, पीने के पानी, कृषि तथा पशुपालन की व्यवस्थाओं को मजबूत बनाने में नाबार्ड अग्रणी भूमिका निभा रहा है।
उन्होंने बताया कि पांच दिवसीय इस मेले में हिमाचल प्रदेश सहित देश के 11 राज्यों के 48 स्वयं सहायता समूह एवं कृषक उत्पादक संगठन अपने विभिन्न पारम्परिक उत्पादों को बेच रहे हैं।
नाबार्ड क्षेत्रीय मुख्य महाप्रबंधक निलय कपूर ने स्वागत संबोधन में बताया कि देश तथा राज्य के ग्रामीण इलाकों के समग्र विकास में नाबार्ड का योगदान रहता है। उन्होंने बताया कि इस मेले में सुदूर जिला चम्बा के पांगी हिल्स के उत्पाद तथा अन्य जिलों के पहाड़ी मसाले एवं दाले प्रदर्शित की गई हैं, जिला कूल्लू के मशहूर ऊनी हैेडलूम उत्पादों, जिसमें कुल्लू शाॅल, जैकेट जो कि कुल्लू की ग्रामीण महिलाओं द्वारा हाथ से तैयार किए गए हैं। मेले में उपलब्ध हैं ऊना जिले के ग्रामीणों द्वारा तैयार बांस, फर्नीचर तथा चम्बा रुमाल, कांगड़ा पाईन निडाॅल्स, बिहार मधुबनी पेंटिंग, कच्छ मेटल वेयर मेले में मुख्य उत्पाद रहेंगे।
सं शर्मा
वार्ता
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