राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Nov 8 2019 8:11PM कथाकारों ने गुरमत संगीत के जरिये दिये बाबा का संदेशसुल्तानपुर लोधी (कपूरथला), 8 नवंबर(वार्ता) श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व के मद्देनजऱ पंजाब सरकार की ओर से पवित्र नगरी में करवाए जा रहे समागम के दौरान मुख्य पंडाल गुरू नानक दरबार में आज चौथे दिन भी प्रसिद्ध कीर्तनकारों, कथाकारों और ढाडी जत्थों ने गुरमत संगीत के जरिये संगत को गुर इतिहास से अवगत करवाया । पंडाल में लगातार चल रहे गुरमत संगीत के मद्देनजऱ भारी संख्या में संगत मुख्य पंडाल में पहुंच रही है और गुरू नानक देव जी के प्रकाश पर्व 12 नवंबर को है तथा संगत की संख्या बढ़ती जा रही है। चौथे दिन मुख्य पंडाल गुुरू नानक दरबार में कीर्तनी जत्थों, कथाकारों और ढाडी जत्थों ने रूहानी गुरमत संगीत के द्वारा समय बांधा । इस अवसर पर भाई हरबंस सिंह नामधारी ने कीर्तन के द्वारा संगतों को गुरू कीर्तन सुनाकर लोगों को भक्तिरस के साथ जोड़ा, तत्पश्चात भाई सविन्दर सिंह ने कीर्तन के द्वारा उपस्थिति दी। भाई दविन्दर सिंह हजूरी रागी श्री दरबार साहिब ने मुख्य पंडाल में उपस्थित संगत को गुरबाणी कीर्तन सुनाकर शब्द गुरू के साथ जोड़ा और भाई अमरजीत सिंह ने आसा दी वार का कीर्तन किया। इसके उपरांत भाई जसपाल सिंह के जत्थे ने बाबा नानक के जीवन वृतांत को ढाडी वारों के द्वारा पेश किया और भाई हरप्रीत सिंह के जत्थे ने भी काव्य पाठ वारों के द्वारा संगतों को निहाल किया । श्री भैनी साहिब से आए बच्चों के कीर्तनी जत्थे और पंजाबी यूनिवर्सिटी पटियाला के डॉ. अलंकार सिंह ने रागबद्ध कीर्तन करके संगतों को निहाल कर दिया, जबकि कथावाचक जसविन्दर सिंह ने कथा विचार के साथ समय बाँधा। इस अवसर पर मंच संचालन करते हुए भाई जसविन्दर सिंह ने गुरू साहिब के 550वें प्रकाश पर्व को कीमती और सौभाग्यशाली बताते हुए मुख्य पंडाल में उपस्थित संगत को गुरू साहिब के किरत करो, नाम जपो, वंड छको के उपदेशों पर अमल करने का निमंत्रण दिया। शर्मा वार्ता