राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Nov 16 2019 4:20PM दलित युवक की मौत, कैप्टन सरकार की रजवाड़ी सोच और जंगलराज का परिणाम: चुघ
चंडीगढ़, 16 नवम्बर(वार्ता) भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के राष्ट्रीय सचिव तरूण चुघ ने पंजाब के संगरूर जिले के चंगालीवाला गांव के एक दलित युवक जगमेल सिंह की दरिंदगी से पिटाई और मौत होने घटना की भर्त्सना करते हुये इसे राज्य की कैप्टन अमरिंदर सिंह सरकार की रजवाड़ी सोच और जंगलराज का परिणाम बताया है।
श्री चुग ने आज यहां जारी एक बयान में कहा कि उक्त युवक को खम्बे से बांध कर न केवल उसकी दरिंदगी से पिटाई गई बल्कि उसकी जांघो से मांस भी नोचा गया जो हैवानियत की पराकाष्ठा, भीभत्स और अमानवीय कृत्य है। उन्होंने राज्य की कैप्टन सरकार की रजवाड़ी सोच को घटना के लिये जिम्मेदार करार देते हुये कहा की जबसे राज्य की बागडोर राजमहलों से शासन चलाने वाले नेताओं को मिली है तब से पंजाब का दलित समुदाय खुद को निस्सहाय, निरीह और दोयम दर्जे का नागरिक समझने के लिये मजबूर है।
उन्होंने कहा कि जगमेल को गत सात नवम्वर को कुछ लोगों ने आपसी रंजिश के चलते उठा लिया और एक मकान में ले गए जहां उन्होंने उसे एक खम्बे से बांध दिया और तीन घंटे तक रॉड और लाठियों से बुरी तरह पीटा। जगमेल के पानी मांगने पर आरोपियों ने उसे मूत्र पिलाया। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों ने दरिंदगी की सारी सीमाएं लांघते हुये जगमेल की जांघों से मांस भी नोचा।
श्री चुघ ने जगमेल सिंह की नृशंस हत्या पर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ की प्रतिक्रिया को राजनीति से प्रेरित बताते हुये कहा की माॅब लिंचिंग की आड़ में कैप्टन सरकार इस घिनौनी हत्या पर न तो पर्दा डाल सकती है और न ही अपनी जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ सकती है। उन्होंने कहा की देश में माॅब लिंचिंग की बुनियाद 1984 में कांग्रेस नेताओं ने ही डाली थी जिसमें 3000 से अधिक सिखों को घरों से खींच कर उनके गले में जलते टायर डाल कर उन्हें मारा गया था।
उन्होंने संगरूर की उक्त घटना से आहत पीड़ित परिवार के प्रति समवेदना प्रकट करते हुये कहा की इस मामले को वह दिल्ली स्थित राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग के संज्ञान में लाएंगे।
रमेश1605वार्ता