राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Nov 25 2019 8:39PM पराली जलाने पर दर्ज मामलों के विरोध में किसानों ने दिया धरनाबठिंडा, 25 नवम्बर (वार्ता) भारतीय किसान यूनियन(एकता उग्राहां) और भारतीय किसान यूनियन(एकता डकौंदा) ने पराली जलाने को लेकर किसानों पर मामले दर्ज किये जाने, जुर्माने लगाये जाने तथा माल रिकार्ड में लाल प्रविष्टियां रद्द कराने काे लेकर आज यहां जिला उपायुक्त कार्यालय के समक्ष संयुक्त रूप से धरना दिया। धरने को सम्बोधित करते हुये किसान नेताओं ने कहा कि ग्रीन ट्रिब्यूनल ने दो एकड़ वाले किसानों को खेती मशीनरी निशुल्क उपलब्ध कराने, पांच एकड़ तक के किसान को पांच हज़ार रूपए देने या इससे अधिक जमीन वाले किसान को 15000 रूपए तक की मशीनरी उपलब्ध कराने के निर्देश दिये थे लेकिन सरकार ने ट्रिब्यूनल के आदेशों पर तो अमल नहीं किया उलटे किसानों पर पराली जलाने के मामले दर्ज करने शुरू कर दिये। किसान नेताओं के अनुसार सरकार उच्चतम न्यायालय आदेशों को भी नज़रंदाज कर उन्हें 100 रूपए प्रति क्विंटल का बोनस भी नहीं दे रही है। उनका कहना था कि 92% तक प्रदूषण कारखानों, वाहनों और अन्य कारणों से हो रहा है लेकिन सरकार केवल किसानों को ही निशाना बना रही है। इस दौरान किसानों ने गत दिनों किसान नेता मनजीत सिंह धनेर की हुई रिहाई को अपनी कामयाबी बताया तथा प्रदेश की कैप्टन अमरिंदर सरकार सभी मोर्चों पर विफल रहने का आरोप लगाया।सं.रमेश1900वार्ता