राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Dec 11 2019 6:03PM ग्रामीण आंचल के बच्चों में नहीं प्रतिभा की कमी : रणजीत सिंहसिरसा 11 दिसंबर(वार्ता) परीक्षा में 90 प्रतिशत या इससे अधिक अंक प्राप्त करना अपने आप में बहुत बड़ी उपलब्धि है और जब यह उपलब्धि ग्रामीण परिवेश से आने वाले विद्यार्थी की हो तो अपने आप में बड़ी सफलता मानी जा सकती है। ग्रामीण आंचल में रहने वाले बच्चों में प्रतिभा की कोई कमी नहीं है। यह बात बिजली एवं जेल मंत्री चौधरी रणजीत सिंह ने बुधवार को जाट धर्मशाला में दसवीं व बारहवीं की परीक्षा में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले छात्र-छात्राओं को सम्मानित करने के बाद उपस्थित अभिभावकों व अन्य गणमान्य लोगों को संबोधित करते हुए कही। प्रतिभा सम्मान समारोह का आयोजन जाट धर्मशाला सभा द्वारा आयोजित किया गया था। इसमें उन छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया, जिन्होंने 10वीं व बारहवीं कक्षा में 90 या इससे अधिक अंकों के साथ परीक्षा उतीर्ण की है। उन्होंने 45 से अधिक छात्र-छात्राओं को सम्मानित किया गया। प्रत्येक विद्यार्थी को 2100 रुपये व एक प्रशंसा पत्र प्रदान किया गया। श्री सिंह ने कहा कि मनुष्य के लिए शिक्षा ही एक ऐसा माध्यम है, जिसके बलबूते जीवन के हर मुकाम को हासिल कर सकता है। आगे बढऩे के लिए शिक्षित होना जरूरी है। जिन बच्चों को सम्मानित किया गया है, उन्होंने परीक्षा में 90 या इससे अधिक अंक हासिल कर कक्षा उतीर्ण की है, जो छोटी उपलब्धि नहीं है और ग्रामीण परिवेश के बच्चों द्वारा ऐसा करना अपने आप में बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के बच्चों में प्रतिभा की कमी नहीं है। यदि इन्हें सही मार्गदर्शन व आवश्यक सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाएं तो ये बहुत आगे जा सकते हैं। उन्होंने जाट धर्मशाला सभा का भी धन्यवाद किया कि इस तरह के आयोजन बच्चों को प्रोत्साहित करते हैं और उन्हें आगे बढने के लिए प्रेरित करते हैं। सभा द्वारा भविष्य में भी इस प्रकार के आयोजन किए जाते रहने चाहिए। उन्होंने जाट धर्मशाला सभा व सभी प्रतिभावान बच्चों के लिए पांच-पांच लाख रूपये अपने ऐच्छिक कोष से देने की घोषणा भी की।उन्होंने कहा कि इस संस्था में भले ही मेरा आना-जाना ज्यादा न रहा हो लेकिन मेरा इससे भावनात्मक लगाव है। सभा को आगे बढाने की आवश्यकता है और इसके लिए समाज के लोगों को मिलजुलकर काम करना होगा। उन्होंने कहा कि मेरा जो भी सहयोग अपेक्षित होगा उसके हमेशा तैयार रहूंगा। उन्होंने कहा कि समाज के पढे लिखे व समझदार लोगों की कमेटी गठित की जाए जो संस्था को मॉडल के रूप में विकसित करने के लिए सुझाव दे सके, ताकि केंद्र की ओर से मिलने वाली आर्थिक सहायता को प्राप्त किया जा सके। सं शर्मा वार्ता