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एचसीएच परीक्षा में पास हुये मजदूर, किसानों और आम आदमी के भी बच्चे

चंडीगढ़, 20 दिसम्बर(वार्ता) हरियाणा सरकार की योग्यता, पारदर्शता एवं निष्पक्षता से नौकरियां दिए जाने की प्रतिबद्धता के सकारात्मक परिणाम आने लगे हैं। इसका प्रत्यक्ष उदहारण एक बार फिर एचसीएस परीक्षा के वीरवार को घोषित किये गये परिणामों में देखने को मिला है जिसमें मजदूर, किसान, दुकानदार और तृतीय श्रेणी के कर्मचारियों के बच्चों के अलावा आईआईटी और आईआईएम जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों के विद्यार्थियों का भी चयन हुआ है।
हरियाणा लोक सेवा आयोग के एक प्रवक्ता ने आज यहां बताया कि पहले के मुकाबले इस बार एचसीएस परीक्षा की प्रक्रिया सबसे तेज रही है जिसे आयोग ने लगभग एक साल के भीतर पूरा किया है। हरियाणा सिविल सेवा एवं संबद्ध सेवाएं परीक्षा के 166 पदों के लिए लगभग सवा लाख आवेदन प्राप्त हुए थे जिनमें से प्रारंभिक परीक्षा में 2211 उम्मीदवार पास होकर मुख्य परीक्षा के लिए क्वालीफाई हुए। इसके बाद 544 उम्मीदवारों ने मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण की जिनमें से 166 उम्मीदवारों का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि 166 उम्मीदवारों में से 48 एचसीएस, सात पुलिस उपाधीक्षक, एक डीएफएससी, 11 आबकारी एवं कराधान अधिकारी(ईटीओ), 18 तहसीलदार, सात सहायक रजिस्ट्रार सहकारी समितियां, 44 सहायक ईटीओ, 19 ब्लॉक विकास एवं पंचायत अधिकारी, दाे यातायात प्रबंधक, चार डीएफएसओ तथा पांच एईओ चयनित हुए हैं।
उन्होंने बताया कि चयनित 166 उम्मीदवारों में से 35 उम्मीदवारों ने संघ लोग सेवा आयोग(यूपीएससी) की परीक्षा भी उत्तीर्ण की है या हिस्सा लिया है। इसके अलावा 15 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने अपनी शिक्षा आईआईटी और आईआईएम जैसे संस्थानों से प्राप्त की है। राज्य के झज्जर जिले के महराना गांव के मोहित कुमार ने इस परीक्षा में अव्वल स्थान प्राप्त किया है। मोहित के पिता दुकानदार हैं। चंडीगढ़ के जितेंद्र जोशी दूसरे स्थान पर रहे। वह वर्तमान में आयकर अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं। इन्होंने यूपीएससी की मुख्य परीक्षा भी दी है। तीसरे स्थान पर उत्तर प्रदेश के बरेली निवासी अंकिता अधिकारी रहीं। इनके पिता भारत-तिब्बत सीमा पुलिस बल में निरीक्षक पद पर कार्यरत हैं।
प्रवक्ता के अनुसार इस परीक्षा में चरखी दादरी निवासी कॉलेज लैक्चरर नसीब कुमार भी एचसीएस बने हैं। इनके पिता एक किसान हैं। करनाल जिले के इंद्री निवासी हरित कृष्ण चौधरी यह परीक्षा उत्तीर्ण कर आबकारी एवं कराधान अधिकारी के पद पर चयनित हुए हैं। यह वर्तमान में केंद्र में दूसरंचार विभाग में कार्यरत हैं। इनके पिता भी किसान है। हरियाणा सिंचाई विभाग में जिलेदार के पद पर कार्यरत गुल्जार अहमद ने अपने ज्ञान और योग्यता के बल पर एचसीएस की मुख्य परीक्षा पास की है। गुल्जार अहमद कुरुक्षेत्र जिले के रहने वाले हैं तथा इनके पिता एक निजी स्कूल में अध्यापक हैं।
गुरुग्राम के दीपक धनखड़ यातायात प्रबंधक पद पर चयन हुआ है। कम उम्र में माता-पिता का निधन होने के कारण इनका जीवन कठिन परिस्थितियों में गुजरा है। दीपक धनखड़ यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण कर साक्षात्कार स्तर तक भी पहुंच चुके हैं। भिवानी के रहने वाले अमित कुमार का डीएफएसओ के पद पर चयन हुआ है। वह इस समय हरियाणा पुलिस में उप निरीक्षक पद पर कार्यरत हैं। इनके पिता भी किसान हैं। इसी प्रकार अटेली, महेंद्रगढ़ के विनीत कुमार का चयन एईटीओ के पद पर हुआ है। वर्तमान में वह केंद्रीय गृह मंत्रालय में कार्यरत हैं। इनके पिता एक रिक्शा चालक हैं। चरखीदादरी के निवासी प्रदीप कुमार के पिता जनअभियांत्रिकी विभाग में पम्प ऑपरेटर हैं। प्रदीप का डीएफएसओ के पद पर चयन हुआ है।
आईआईटी मुम्बई से पासआउट दर्शन यादव ने परीक्षा में चौथा स्थान प्राप्त किया है जो हिसार के प्रेम नगर के रहने वाले हैं। वह दो बार यूपीएससी परीक्षा भी उत्तीर्ण कर चुके हैं। जीरकपुर, मोहाली निवासी निखिल सिंगला तहसीलदार और गुरुग्राम के आदित्य कौशिक काडीएफएसओ पद पर चयन हुआ है। इन दोनों ने भी अपनी शिक्षा आईआईटी से प्राप्त की है। करनाल की आंचल भास्कर परीक्षा में पांचवें स्थान पर रही हैं। वह केंद्रीय कृषि मंत्रालय में कार्यरत हैं। इन्होंने भी तीन बार यूपीएससी परीक्षा उत्तीर्ण की है और साक्षात्कार स्तर तक पहुंची हैं। सोनीपत निवासी राजेश कुमार सोनी भी एचसीएस के पद पर चयनित हुए हैं जो वर्तमान में केंद्र सरकार में निरीक्षण पद पर हैं। इनके पिता निजी स्कूल में अध्यापक हैं।
रमेश1734वार्ता
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