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जालंधर की महिलाओं के लिए सुरक्षित रहा 2019

जालंधर, 31 दिसंबर (वार्ता) पंजाब का जालंधर जिला महिलाओं के प्रति अापराधिक घटनाओं के लिए वर्ष 2018 की तुलना में 2019 में 63 फीसदी सुरक्षित रहा।
शहरों को महिलाओं के लिए सुरक्षित बनाने के लिए पंजाब सरकार की प्रतिबद्धता के अनुरूप, पुलिस आयुक्त कार्यालय ने पिछले साल में चेन स्नेचिंग की घटनाओं को नियंत्रित करने और 142 आरोपियों की गिरफ्तारी के साथ इस अपराध के सभी मामलों को ट्रेस करने तथा 16.28 लाख रूपये की बरामदगी करने में सक्षम रहा है। प्राप्त जानकारी के अनुसार साल 2018 में जालंधर में चेन स्नैचिंग की 312 घटनाएं हुईं जो 2019 में घटकर 118 रह गईं।
इसी तरह, कमिश्नरेट पुलिस ने कुख्यात बदमाशों पर भी शिकंजा कस दिया और यांकी गैंग के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया और उनकी जांच के बाद नौ मामलों को सुलझाया। इसी तरह, परमजीत सिंह उर्फ ​​बाबा, परमजीत सिंह उर्फ ​​पम्मा और कुलविंदर सिंह उर्फ ​​काका सहित अन्य बदमाशों को भी गिरफ्तार किया गया। इस वर्ष के दौरान 693 भगौड़ों को पुलिस ने गिरफ्तार किया। एनडीपीएस अधिनियम के तहत कमिश्नरेट पुलिस सक्षम प्राधिकारी अधिनियम के तहत संपत्ति की कुर्की के तीन मामलों को अनुमोदित करने में सफल रही। संपत्ति का बाजार मूल्य 1.11 करोड़ रुपये था। ऐसे दो और मामले प्रक्रियाधीन हैं और उपायुक्त कार्यालय में प्रस्तुत किए गए हैं।
एनडीपीएस अधिनियम के तहत 247 मामले दर्ज किए गए और 321 व्यक्तियों को 9.5 किलोग्राम हेरोइन, 24 किलोग्राम अफीम, 825 ग्राम नशीला पाउडर, 619 किलोग्राम खसखस, 150 ग्राम स्मैक, 17 किलोग्राम गांजा, एक किलोग्राम चरस, 9337 कैप्सूल, 1730 इंजेक्शन और 14152 इंजेक्शन के साथ गिरफ्तार किया गया। इसी तरह, आबकारी अधिनियम के तहत 408 मामले दर्ज किए गए और 476930 मिलीलीटर अवैध शराब, 1806900 मिलीलीटर लाइसेंसी शराब, 55677090 मिली अंग्रेजी शराब और 29 किलोग्राम लाहन बरामद की गई।
इसी प्रकार शहर में जुआ के 159 मामले दर्ज किए गए और 318 अभियुक्तों को 45.89 लाख रुपये की वसूली के साथ गिरफ्तार किया गया। आर्म्स एक्ट के तहत 20 एफआईआर दर्ज की गईं और 16 पिस्तौल, तीन रिवाल्वर, पांच देसी पिस्तौल (देसी कट्टा), तीन मैगजीन और 280 कारतूस बरामद किए गए। डकैती से संबंधित मामलों के समाधान के लिए वसूली 52 लाख रुपये, बर्ग्लरी से 18.15 लाख रुपये, थेफ्ट से 23.59 लाख रुपये और आईपीसी 411 से 91.71 लाख रुपये थी।
पुलिस आयुक्त गुरप्रीत सिंह भुल्लर ने बताया कि उन्होंने अपने अधिकार क्षेत्र के तहत अपराधों पर नियंत्रण के लिए विशेष जोर दिया है। उन्होंने कहा कि अपराध से निपटने और शहर में किसी भी प्रकार की कानून व्यवस्था की समस्या से निपटने के लिए कमिश्नरेट पुलिस की पीसीआर टीमों को अधिक संवेदनशील, त्वरित और प्रभावी होने के लिए कहा गया है। श्री भुल्लर ने कहा कि किसी भी अपराध से निपटने के लिए पीसीआर टीमों की बहुत ज़िम्मेदारी है क्योंकि उन्हें सूचना मिलते ही अपराध की जगह पर पहुँचने के काम के साथ अनिवार्य कर दिया गया है।
पुलिस आयुक्त ने आगे कहा कि अपराध या दुर्घटना के बारे में लोगों द्वारा किए गए किसी भी कॉल को पुलिस स्टेशनों और पीसीआर से त्वरित और त्वरित प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है। श्री भुल्लर ने कहा कि शहर में सतर्कता बरती गई है और वरिष्ठ अधिकारियों को खुद अपने क्षेत्र में नाकों की निगरानी करने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए जोर दिया जा रहा है कि प्रत्येक अधिकारी अपने कर्तव्य का प्रभावी ढंग से निर्वहन करें ताकि अपराधी अपराध करने का साहस न करें। श्री भुल्लर ने कहा कि यह सिर्फ एक बेबी स्टेप था और अंतिम लक्ष्य शहर को अपराध मुक्त बनाना है ताकि आम जनता के सक्रिय सहयोग और सहयोग से यह लक्ष्य वर्ष 2020 में हासिल किया जा सके।
ठाकुर, रवि
वार्ता
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