राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Dec 31 2019 5:45PM सीएए के खिलाफ छात्रों से शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अपीलचंडीगढ़, 31 दिसंबर (वार्ता)पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ने कहा है कि उनकी सरकार नागरिकता संशोधन कानून (सी.ए.ए.) के खिलाफ छात्रों को रोष प्रदर्शन करने से नहीं रोकेगी पर किसी को राज्य की शांति भंग करने की अनुमति नहीं देगी। नागरिकता संशोधन कानून, राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (एन.आर.सी.) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एन.पी.आर.) के विरुद्ध वाम समर्थक छात्र यूनियनों की ओर से कल के प्रस्तावित राज्य स्तरीय प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कैप्टन सिंह ने आज यहां कहा कि रोष प्रदर्शन करना हर नागरिक और छात्रों का लोकतांत्रिक अधिकार है । छात्रों को केंद्र सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के विरुद्ध शांतिपूर्वक धरना या मार्च आदि करने का अधिकार है।उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भी केंद्र की भाजपा नीत सरकार के इस पक्षपातपूर्ण तथा अलगाववादी नागरिकता संशोधन कानून और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर का पूरी तरह विरोध करती है। लुधियाना में सोमवार को सीएए के विरोध में पंजाब कांग्रेस के धरने में उन्होंने राज्य में इस विवादित कानून को किसी भी स्थिति में लागू न करने के अपनी सरकार के फ़ैसले को दोहराया। मुख्यमंत्री ने कहा कि सीएए के खिलाफ छात्रों को खुल कर सामने आने से रोकने का कोई सवाल ही पैदा नहीं होता। जब तक प्रदर्शनकारी कानून को अपने हाथ में नहीं लेते, पुलिस उनको अपने प्रस्तावित विरोध प्रदर्शन करने से नहीं रोकेगी।मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि योजनाबद्ध विरोध प्रदर्शन के दौरान किसी भी तरह की हिंसा या सरकारी जायदाद को नुकसान पहुँचाने की कार्रवाई को बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। उन्होंने छात्र नेताओं से शांतिपूर्वक विरोध प्रदर्शन करने और प्रदर्शनकारियों में असामाजिक तत्वों की संभावित घुसपैठ को रोकना सुनिश्चित करने की अपील की । मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस दिन भर यूनिवर्सिटी कैम्पस के आसपास और राज्य के अन्य संवेदनशील क्षेत्रों और सार्वजनिक स्थानों पर पैनी नजऱ रखेगी। शर्मा वार्ता