Thursday, Mar 28 2024 | Time 22:18 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


कड़ाके की ठंड में किसानों ने अपनी मांगों के समर्थन में लगाया धरना

बठिंडा, 20 जनवरी (वार्ता)पंजाब की किसान यूनियनों ने किसानों की मांगों के समर्थन में दबाव बनाने के लिये आज कड़ाके की ठंड के बावजूद सड़कों के दोनों ओर धरने लगाये जिससे यातायात प्रभावित रहा ।
किसानों की मांगों में शामलात भूमि पर मालिकाना हक़ लेने और धान की पराली की संभाल के पुख्ता प्रबंध न करना और कर्ज माफ़ी शामिल है। किसानों ने उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना दिया । भारतीय किसान यूनियन (कादियाँ) की तरफ से ग्राम जीदा, खेमुआणा व जन्डावाला की शामलात जमीनों पर मालिकाना हक़ लेने के लिए धरना लगाया गया।
धरने के दौरान यूनियन की प्रदेश समिति के सदस्य बलविंदर सिंह भी शामिल हुये । भाकियू के जिला प्रधान जगसीर सिंह जीदा ने धरने को संबोधित करते हुये कहा कि इन जमीनों पर मालिकाना हक लेने के लिए साल 2017 में 19 दिन लगातार गाँव जीदा के समीप बन रहे राजमार्ग पर धरना लगाया गया था। तत्कालीन उपायुक्त दीप्रवा लाकरा ने किसान मोर्चे की स्टेज से यह भरोसा दिया था कि पंजाब सरकार की ओर से इन जमीनों सबंधित फैसला लेने का अधिकार उन्हें मिल गया है तथा जिन किसानों की जमीन हाइवे में आती है, उन जमीनों का इंतकाल 10-10 की गिनती में असली मालिकों के नाम कर दिया जाएगा। लेकिन तीन बीत जाने के बावजूद भी इंतकाल की प्रकिरिया शुरू नहीं की गई है।
किसान नेताओं ने कहा कि जब तक प्रशासन की तरफ से जमीन का इंतकाल किसानों के नाम करने की प्रक्रिया शुरू नहीं होती तब तक धरना जारी रहेगा। यूनियन के महासचिव सुखदर्शन सिंह खेमुआणा ने बताया कि गाँव कोटफत्ता के किसानो ने केंद्र की सरकार की किसान सम्मान योजना का लाभ लेने के लिए डीसी बठिंडा को मांग पत्र दिया है पर अभी तक किसानो के खातों में कोई पैसा नहीं आया है।
भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां ने दो दिन का धरना लगाया है । यूनियन ने पंजाब सरकार की तरफ से पराली की संभाल के सरकारी तौर पर पुख्ता प्रबंध न करने ,पराली को आग लगाने वाले किसानो पर दर्ज किए पुलिस मुकदमे, डाले गए जुर्माने, व रेड एंट्री रद्द करवाने, कम्बाइनो पर हुए केस रद्द करवाने, जब्त की गई कम्बाइने वापिस करवाने, पांच एकड़ तक की जमीन वाले किसानो की पूर्ण कर्ज माफ़ी, आवारा पशुओं व कुत्तों के कारण होने वाले हादसे रुकवाने के लिए पुख्ता प्रबंध करवाने की मांगो को लेकर दिन रात चलने वाला धरना लगाया गया है।
किसानों ने बस स्टैंड के आगे से सड़क को जाम कर दिया गया व मौके पर मौजूद पुलिस कर्मचारियों द्वारा ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार ने न तो पर्याप्त गिनती में मशीनरी उपलब्ध करवाई और न ही सुप्रीम कोर्ट के आदेशों अनुसार किसानों को 200 रूपए प्रति क्विंटल बोनस दिया। इसके बाद जब पराली को आग लगाने की घटनाओं की गिनती लगातार बढ़ती गई तो सरकार ने केवल 100 रूपए प्रति क्विंटल का बोनस देने का एलान किया जो बेहद कम है।
धरने को जगदेव सिंह जोगेवाला, जगसीर सिंह झुम्बा, दर्शन सिंह माइसरखाना, बाबू सिंह मंडी खुर्द व अन्य ने संबोधन किया।
सं शर्मा
वार्ता
image