राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jan 21 2020 7:53PM अकाली सरकार में हुये बिजली समझौतों के कारण लोगों के साथ हुआ अन्यायचंडीगढ़, 21 जनवरी(वार्ता) पंजाब के सहकारिता एवं जेल मंत्री सुखजिन्दर सिंह रंधावा तथा नौ अन्य विधायकों ने पिछली अकाली भाजपा सरकार के समय हुए बिजली समझौतों के कारण लोगों पर आज मंहगी बिजली की मार पड़ रही है । अकाली दल की ओर से राज्यपाल को दिए ज्ञापन को झूठ का पुलिंदा बताते हुए उन्होंने आज यहां कहा कि वर्ष 2006 में अमरिन्दर सरकार के समय बनाई गई बिजली नीति में अकाली सरकार ने निजी मुनाफों के लिये हेराफेरी करते हुए 25 साल के लिए ऐसी नयी नीति बना दी जिसके कारण आज राज्य के लोग मँहगी बिजली का संताप भोग रहे हैं। उन्होंने बिजली के मुद्दे पर पूर्व मुख्यमंत्री प्रकाश सिंह बादल और पूर्व उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल को किसी भी मंच पर खुली बहस की चुनौती दी । श्री रंधावा ने कहा कि पिछली सरकार की कारगुजारियों की सज़ा अब उनकी सरकार को भुगतनी पड़ रही है और अपनी गलतियों पर पर्दा डालने के लिए अकाली नेता कुफर बोल रहे हैं। अकाली राज में प्राईवेट थर्मल प्लांट पहले से ही स्थापित होने शुरू हो गए और समझौतों की नीति बाद में बनाई गई। उन्होंने ‘ब्लैक पेपर’ भी जारी किया। शर्मा वार्ता