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निजी विवि में फर्जी डिग्री मामले की उच्च स्तरीय जांच होः मुकेश अग्निहोत्री

शिमला, 23 फरवरी (वार्ता) हिमाचल प्रदेश कांग्रेस विधायक दल के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने फर्जी डिग्री मामले पर कहा कि दो निजी विश्वविद्यालय के माध्यम से यूजीसी की फर्जी डिग्री दी जा रही हैं और सरकार इस पर कोई कदम नहीं उठा रही।
आज यहां जारी बयान में श्री अग्निहोत्री ने कहा कि कांग्रेस ने पहले ही अंधाधुंध प्राइवेट यूनिवर्सिटीज खोलने का विरोध किया था लेकिन सरकार ने इस पर गौर नहीं किया। यही वजह है कि आज हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय की मान्यता वाली डिग्रियों से फ्रॉड किया जा रहा है।
उन्होंने इस मामले को गंभीर बताया क्योंकि इसने डिग्री की प्रामाणिकता पर एक बड़ा सवालिया निशान लगा दिया है। छात्रों के भविष्य को खतरे में डालने और एक उच्च स्तरीय न्यायिक जांच शुरू की जानी चाहिए और निजी विश्वविद्यालयों की कथित अनियमितताओं और दुर्भावनाओं को उजागर किया जाना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यूजीसी ने अगस्त, 2019 में विश्वविद्यालयों द्वारा डिग्री की बिक्री को इंगित किया और इसे लिखा विनियामक आयोग ने पूरी जांच की, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। शिक्षा को बेचने के आरोप सही साबित हुआ है। इससे छात्रों का भविष्य खतरे में आ जाएगा और बाहरी राज्यों में हिमाचल से पढ़ें छात्रों को संदेह के आधार पर देखा जाएगा। साथ ही जिन छात्रों को फर्जी डिग्रियां दी हैं वे रद्द की जानी चाहिए। इस घोटाले से प्रदेश में यूनिवर्सिटीज की छवि खराब हुई है और इसके लिए सरकार को नई एडमिशन बंद कर प्रबंधन पर जांच करवानी चाहिए।
उन्होंने कहा कि सरकार निजी विश्वविद्यालयों के रिकॉर्ड की स्क्रीनिंग करती है और उनके खिलाफ कार्रवाई करती है। आवश्यक प्रमाणपत्र में निर्धारित शर्तों का पालन न करने वाले विश्वविद्यालय को डिफॉल्ट घोषित कर एक निकास खंड अधिनियमों में डाला जाए और उनकी संपत्ति को अपने कब्जे में ले लिया जाए। सरकार को इस मेगा घोटाले की जिम्मेदारी लेनी चाहिए और इसके लिए कड़े कदम उठाने चाहिए।
सं शर्मा
वार्ता
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