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कर्फ्यू की उल्लंघना कर बेलगाम घूम रहे मंत्रियों और विधायकों को रोके जाने की मांग

चंडीगढ़, 30 मार्च (वार्ता)पंजाब आम आदमी पार्टी (आप) ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह से कर्फ्यू के दौरान नियम-कानूनों की उल्लंघना कर काफिलों के साथ घूम रहे अपने मंत्रियों तथा अकाली-कांग्रेसी विधायकों को एक स्थान पर बैठने के लिए पाबंद करने की मांग की है ।
पार्टी के प्रधान एवं सांसद भगवंत मान तथा प्रतिपक्ष के नेता हरपाल सिंह चीमा ने आज यहां एक संयुक्त बयान में कहा कि मंत्री और विधायकों को किस हैसियत से धारा 144 और कर्फ्यू की उल्लंघन करने की इजाजत दी गई है।
श्री मान ने कहा कि विश्व-व्यापक प्रकोप कोरोना-वायरस पर विजय हासिल करने के लिए जीरो जन संपर्क ही अकेला उपाय है, क्योंकि अभी तक इस जानलेवा बीमारी पर काबू पाने के लिए कोई दवा नहीं बनी। अनेक चुनौतियों तथा मुश्किलों के बावजूद आम नागरिक घरों में बैठ कर सरकारें, डाक्टरों और विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशा-निर्देशों की पालना कर रहे हैं लेकिन सत्ताधारी कांग्रेस और अकाली दल के नेता काफिले बना कर गलियों-मोहल्लों में घूम रहे हैं, जो कानून की शरेआम उल्लंघना है। इस लिए गरीबों और जरूरतमंदों के नाम पर बेहद हलकी और संकुचित राजनीति कर रहे इन ड्रामे बाजों पर नकेल कसी जाये।
आप नेताओं ने कहा कि गरीबों और जरूरतमंदों की मदद राशन वाला थैला देते हुए की फोटो सोशल मीडिया पर डाले बिना घर पर बैठे-बिठाए भी अच्छे ढंग के साथ की जा सकती है। यह दिखावे की मदद संकुचित राजनीति चमकाने के लिए है, दूसरी तरफ ऐसा करके गरीबों की गरीबी का मजाक उड़ाया जा रहा है, जो नैतिक तौर पर बिल्कुल सही नहीं है। इस लिए पंजाब के मंत्री साधु सिंह धर्मसोत, विजय इंद्र सिंगला, भारत भूषण आशु और अकाली नेता बिक्रम सिंह मजीठिया समेत इस तरह की ओच्छी राजनीति कर रहे सभी मंत्रियों विधायकों और अन्य नेताओं को सख्ती के साथ रोका जाये, क्योंकि कोई भी कानून से ऊपर नहीं है।
श्री चीमा ने कहा कि हर नेता को अपने हलके और इलाके के गरीबों और जरूरतमंदों के बारे में लगभग जानकारी होती है और ऐसे जरूरतमन्दों के बारे में अपने स्थानीय नेताओं, पंचों, सरपंचों, नम्बरदारों या अन्य से पार्टीबाजी से ऊपर उठ कर सूची तैयार करवाई जा सकती है, जिनको प्रशासन के द्वारा राशन और अन्य जरूरी वस्तुएं मुहैया करना सभी नेताओं और जन नुमाइंदों का असली फर्ज है, जो अपने-अपने घरों से बाखूबी किया जा सकता है।
उन्होंने नाभा में मंत्री साधु सिंह धर्मसोत की तरफ से राजनीतिक भेदभाव करके बांटे जा रहे राशन की निंदा करते कहा कि एक मंत्री को यह शोभा नहीं देता कि वह भेदभाव के द्वारा पहले खुद राशन बांटे और फिर राजनीति से प्रेरित हो कर गरीब लोगों पर मुकदमे दर्ज करवाए।
उनके अनुसार पार्टी के नाभा से हलका प्रधान देव मान के हवाले से कहा कि आधी दर्जन से अधिक लोगों पर धारा 144 तोडऩे समेत कई अन्य आरोपों के अंतर्गत मुकदमे दर्ज किये गए हैं। इस पूरे मामले की समयबद्ध न्यायिक जांच की मांग करते हुए कहा कि यदि आम लोगों पर धारा 144 के अंतर्गत मामला दर्ज किया जा सकता है तो भारी-भरकम लाम लश्कर के साथ नाभा की गलियों में घूम रहे साधु सिंह धर्मसोत पर धारा 144 के अंतर्गत मुकदमा क्यों नहीं दर्ज किया गया।
शर्मा
वार्ता
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