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युवा कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जाति मजहब से ऊपर उठ कर एकजुट हों: खट्टर

चंडीगढ़, 04 अप्रैल(वार्ता) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने युवाओं से कोरोना को लेकर समाज के विघटन सम्बंधी सोशल मीडिया पर आने खबरों के मद्देनजर उनसे जाति, मजहब, क्षेत्रवाद से ऊपर उठकर काम करने का आहवान किया है।
श्री खट्टर ने आज यहां कोरोना के चलते किए गए लॉकडाउन के तहत लाईव टेलीविजन पर राज्य के लोगों को सम्बोधित करते हुये कहा कि मौजूदा परिस्थितियों में हमें एक होकर चलना है और यही संदेश हमें लगातार देना है तथा यही हमारा राष्ट्रीय दायित्व हैं। उन्होंने युवाओं का आहवान किया कि कोरोना को लेकर वर्तमान परिस्थिति में लॉकडाउन के दौरान भगत सिंह, सुखदेव और राजगुरू जैसे वीरों की कहानियों को याद करते हुए ऐसा काम करना चाहिए कि लाकडाउन समाप्त होने पर हमें अपने ऊपर गर्व हो।
मुख्यमंत्री ने युवाओं को सुझाव देते हुए कहा कि वे प्रतिदिन एक दैनिक कार्य की सूची बनाकर अपनी दिनभर की गतिविधियों जैसे पढ़ाई, ध्यान, योग, मनोरंजन इत्यादि के लिए समय निश्चित करें। यदि हम सभी ऐसा करेंगे तो हम अपनी सोच को सही दिशा दे पाएंगें। उन्होंने कहा कि ऐसा कहा जाता है कि ‘‘मुश्किल वक्त, कमांडो सख्त’’ और युवा एक कमांडों की तरह हैं और आज जब यह मुश्किल समय आया है तो हमारी सोच भी कमांडों की तरह होनी चाहिए तभी हम इस परिस्थिति का मुकाबला सफलतापूर्वक कर पाएंगें।
उन्होंने युवाओं से बातचीत करते हुए कहा कि युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करनी होती है और हो सकता है कि ऐसी स्थिति में इस प्रकार की प्रतियोगी परीक्षाओं की तिथियों को आगे बढ़ा दिया गया हो, तो हमें इस समय का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने युवाओं को समझाते हुए कहा कि आज जो स्थिति हैं उसमें आपकी लिखित परीक्षा नहीं बल्कि आपकी समझदारी की परीक्षा हो रही हैं और जितना आप समझदार बनेगें उतना आप अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सकेंगे।
उन्होंने युवाओं से अपील कि वे इन दिनों का उपयोग युवा अपनी अच्छी आदतों में लगाकर बुरी आदतों को छोड़ने में कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि इन दिनों घर के विभिन्न कामों जैसे कि पेंटिंग, गार्डनिंग, रसोई के काम इत्यादि को भी कर सकते हैं और सीख सकते हैैं। इसके अलावा, सॉफ्ट स्कीलिंग के तहत अग्रेंजी भाषा बोलने के अलावा जापानी, कोरियाई, जर्मन, रूसी तथा भारतीय भाषाएं भी सीख सकते हैं।
रमेश1950वार्ता
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