राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: May 24 2020 2:06PM बिजली कर्मचारियों, इंजीनियरों का एक जून को विरोध दिवसचंडीगढ़, 24 मई (वार्ता) प्रस्तावित बिजली विधेयक (संशोधन) के खिलाफ देश भर के बिजली कर्मचारी और इंजीनियर एक जून को विरोध दिवस मनाएंगे। ऑल इंडिया पॉवर इंजीनियर्स फेडरेशन (एआईपीईएफ) ने आज यहां जारी बयान में यह जानकारी दी। एआईपीईएफ ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह को इस संदर्भ में पत्र लिखकर सूचित किया है कि “जनविरोधी बिजली विधेयक जिसका उद्देश्य गरीबों, किसानों से बिजली तक पहुंच का अधिकार छीन लेना है, के विरोध में बिजली कर्मचारी और इंजीनियर आगामी एक जून को ‘राष्ट्रीय विरोध दिवस‘ मनाएंगे।एआईपीईएफ के प्रवक्ता ने कहा कि उस दिन देश भर के बिजली कर्मचारी व अभियंता काली पट्टियां लगाकर विरोध करेंगे। उन्होंने कहा कि उपभोक्ताओं से भी अनुरोेध किया जाता है कि ऊर्जा तक पहुंच के अपने संवैधानिक अधिकार को बचाने के लिए वह भी आगे आकर विरोध प्रदर्शन करें। एआईपीईएफ का आरोप है कि प्रस्तावित विधेयक बिजली क्षेत्र का निजीकरण करना चाहता है और सरकारी खजाने से निर्मित संपत्तियां निजी क्षेत्र के हवाले करना चाहता है। श्री गुप्ता ने कहा कि एआईपीईएफ सरकार के रवैये का कड़ा प्रतिरोध करता है। उन्होंने कहा कि जाहिर है कि विधेयक मुनाफाखोर समुदाय के कारोबार को सुगम बनाना चाहता है और गरीबों के सारे अधिकारों को दरकिनार करता है। उन्होंने कहा कि तय किया गया है कि लोगों में भी सरकार की इस नीति के खिलाफ व उसके सस्ती बिजली के संबंध में गुमराह करने वाले बयानों के बारे में जागरूकता फैलाई जाएगी।सं महेश विजयवार्ता