राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jun 6 2020 4:23PM अकाल तख्त पर हुई सैनिक कार्रवाई मानवता के माथे पर कलंक: लोंगोवालअमृतसर 06 जून (वार्ता) शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक समिति के प्रधान भाई गोविंद सिंह लोंगोवाल ने श्री अकाल तख्त साहब पर छह जून 1984 में हुई सैनिक कार्रवाई को मानवता के माथे पर कलंक करार देते हुए कहा कि इस दिन को सिख कौम कभी भुला नहीं सकेगी। भाई लौंगोवाल ने कहा कि 06 जून 1984 के ‘घल्लूघारा दिवस’ के रूप में हर वर्ष मनाया जाता है। इस दिन केन्द्र में इंदिरा गांधी के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने अकाल तख्त पर हमला किया था। उन्होंने कहा कि इस हमले से सिखों का देश के प्रति भरोसा खत्म गया। सैनिक कार्रवाई में मारे गए सिखों की याद में आज अरदास का आयोजन किया गया और मारे गए लोगों के परिजनों को सम्मानित किया गया। समारोह में उपस्थित तख़्त श्री केसगढ़ साहब के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह , जरनैल सिंह भिंडरावाले के सुपुत्र भाई ईशर सिंह, शहीद भाई अमरीक सिंह की पत्नी बीबी हरमीत कौर, उनकी सुपुत्री बीबी सतवंत कौर, मनजीत सिंह भूराकोहना, शहीद नछत्तर सिंह बलवान के सुपुत्र भाई भुपिन्दर सिंह बलवान, जनरल सुबेग सिंह के भाई बेअंत सिंह समेत अन्य मारे गए लोगों के पारिवारिक सदस्यों को भाई लौंगोवाल ने सम्मानित किया। इस अवसर पर श्री गुरु हरगोबिंद साहब के प्रकाश पर्व सम्बन्धित श्री अखंड पाठ साहब के भोग लगाया गया। सं ठाकुर, उप्रेतीवार्ता