राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jun 29 2020 4:52PM पदोन्न्ति में आरक्षण खत्म किए जाने के खिलाफ एचपीसी की यूनियन ने किया प्रदर्शनहिसार, 29 जून (वार्ता) हरियाणा पावर कॉरपोरेशन एससी बीसी इंप्लाइज यूनियन ने आज पदोन्नति में आरक्षण समाप्त किये जाने के विरोध में प्रदर्शन किया। यूनियन ने आज यहां गेट मीटिंग का आयोजन किया जिसकी अध्यक्षता यूनियन के अध्यक्ष रणधीर सिंहमार ने की। बैठक के दौरान कर्मचारियों ने प्रदेश के मुख्य सचिव की अनुशंसा के आधार पर हरियाणा अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग विभाग की तरफ से 15 नवंबर 2018 को हरियाणा में आरक्षण नीति व पदों के रोस्टर सिस्टम को परिभाषित करने वाले पत्र को वापस लेने पर गहरा रोष व्यक्त करते हुए जोरदार नारेबाजी की गई। बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि इस पत्र को वापस लेने से हरियाणा सरकार की अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग विरोधी मानसिकता जगजाहिर हुई है। उन्होंने कहा कि 23 जून को इस पत्र को वापस लेकर हरियाणा सरकार ने जता दिया है कि वह किसी भी सूरत में प्रदेश में अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग का प्रतिनिधित्व शासन व प्रशासन में नहीं चाहती। उन्होंने आरोप लगाया कि सरकार आरक्षण व इसके प्रावधानों को विवादास्पद बनाकर समाज में भेदभाव व आपसी मतभेद बढ़ाकर समाज को तोड़ने का काम कर रही है। यूनियन ने मांग की है कि जल्द से जल्द अनिल कुमार कमेटी की रिपोर्ट को लागू करते हुए प्रथम श्रेणी से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक सभी वर्गों में परिणामी वरिष्ठता के साथ 17 जून 1995 से पदोन्नति में आरक्षण की अधिसूचना जारी करें तथा 15 नवंबर 2018 के पत्र को पुन: जारी करते हुए इसकी अनुपालना प्रत्येक विभाग में सुनिश्चित की जाए। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने ऐसा नहीं किया तो उनका संगठन अन्य यूनियनों के साथ मिलकर प्रदेशव्यापी आंदोलन करेगा। सं महेश विजयवार्ता