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दत्तात्रेय ने केंद्र को चीन से लगती सीमा पर चौकस रहने को किया आगाह

शिमला, 29 जून (वार्ता) हिमाचल के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने केंद्र को राज्य की तिब्बत और चीन के साथ लगती 260 किलोमीटर लम्बी सीमा पर किसी भी आपात स्थिति के लिये चौकस रहने को आगाह किया है।
श्री दत्तात्रेय ने रक्षामंत्री राजनाथ सिंह को लिखे पत्र में चीनी सीमा से सटे राज्य के लाहौल-स्पीति और किन्नौर जिलों के सीमावर्ती क्षेत्रों को लेकर कुछ एहतियाती उपाय सुझाए हैं। उन्होंने कहा कि चीन सीमा के साथ सटे होने के कारण ये क्षेत्र सामरिक दृष्टि से अति महत्वपूर्ण हैं और भारत-चीन तनाव के मद्देनजर इन क्षेत्रों पर और अधिक ध्यान देने की जरूरत है।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में संचार और सड़क यातायात सुदृढ़ किये जाने की जरूरत है। वर्तमान में सेना की केवल एक स्वतंत्र ब्रिगेड किन्नौर जिले के पूह में तैनात है और ऐसे यहां माउंटेन डिविजन की भी तैनाती करने और चीन की तरफ से आने वाले ड्रोन से निपटने के लिए पर्याप्त बंदोबस्त करने की जरूरत है। उन्हाेंने कहा कि लाहौल स्पीति जिले में सैनिकों की तुरंत तैनाती के लिए स्पीति क्षेत्र में एक हवाई पट्टी की नितांत आवश्यकता है ताकि आपात स्थिति में इसका सैनिकों की लैडिंग के लिये इस्तेमाल किया जा सके।
राज्यपाल ने कहा कि किन्नौर और लाहौल-स्पीति जिलों के पुलिस अधीक्षकों ने सीमावर्ती क्षेत्रों का दौरा कर लोगों को उनकी सुरक्षा का भरोसा दिलाया है। उन्होंने कहा कि केंद्रीय गुप्तचर एजेंसियों, सेना और भारत तिब्बत सीमा पुलिस द्वारा भी सीमावर्ती क्षेत्रों के लोगों में सुरक्षा और विश्वास पैदा करने के लिए भी इस प्रकार के सतत् प्रयासों की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि कुल्लू जिले के मनाली से लाहौल जिले के कैलांग को जोड़ने वाले रोहतांग दर्रे के नीचे बन रही 3,978 मीटर लंबी और सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण अटल सुरंग का निर्माण कार्य निकट भविष्य में पूरा होने की संभावना है।
सं.रमेश2022वार्ता
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