शिमला, 08 जुलाई (वार्ता) सतलुज जल विद्युत परियोजना (एसजेवीएन) के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक नन्दलाल शर्मा ने कहा है कि लॉकडाउन का विद्युत उत्पादन पर कोई असर नहीं पड़ा है।
पिछले वर्ष के मुकाबले इस वित्तीय वर्ष 2019-20 में 9678 मेगावाट उत्पादन हुआ है। जो 15 प्रतिशत अधिक उत्पादन हुआ है। उन्होंने बताया कंम्पनी को 1651 करोड़ का लाभ हुआ है।
श्री शर्मा ने बुधवार को यहां पत्रकारों से कहा कि हिमाचल, उत्तरांचल, बिहार, गुजरात, नेपाल और भूटान में एक हजार 500 मेगावाट के प्रोजेक्ट पर कार्य चल रहा है। वर्ष 2023-24 तक 5000 मेगावाट विद्युत उत्पादन का लक्ष्य निर्धारित है तथा 2030 तक 12000 मेगावाट उत्पादन करेगी।
उन्होंने कहा कि लाकडाउन के कारण मजदूरों के पलायन का निर्माण कार्यों पर असर पड़ा है क्योंकि स्थानीय लोग सुरंग की खुदाई आदि काम नहीं करते। इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि नेपाल के साथ विद्युत उत्पादन सुचारू रूप से किया जा रहा है। हिमाचल में लूहरी प्रोजेक्ट में आगामी तीन माह में कार्य शुरू हो जाएगा। जबकि सतलुज बेसन में कार्य शुरू है। चेनाव नदी पर तीन प्रोजेक्ट सरकार ने हमें दिए है। जिस पर डीपीआर बनाने के प्रक्रिया जारी है। केंद्र सरकार की मंजूरी मिलते ही उस पर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
श्री शर्मा ने कहा कि चीन से बेहद कम मशीनें व सामान यहां आता है। चीन व पाकिस्तान से कोई भी पीएसयू खरीदारी नहीं करेगा। भारतीय वेंडर्स को प्रमोट किया जाएगा। एक बेसिन में एक ही पीएसयू को सारे प्रोजेक्ट दिए जाने चाहिए जिसके निर्माण में भी आसानी होगी और स्थानीय लोगों के साथ उठने वाले मुद्दों का भी आसानी से समाधान हो सकेगा।
उन्होंने कहा कि सीएसआर के तहत आठ मोबाइल हेल्थ वैन, निशल्क दवाई गांव-गांव उपलब्ध करवाई जा रही है। बुजुर्गों व बच्चों को जिसका लाभ मिल रहा है। शिक्षा, सामाजिक सुरक्षा, सड़क इत्यादि के लिए भी काम कर रहे है।
सं शर्मा
वार्ता