राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Jul 8 2020 7:33PM छह साल में हरियाणा पर कर्ज तिगुना हो गया : आरटीआई से खुलासाहिसार, 08 जुलाई (वार्ता) पिछले छह साल में हरियाणा पर कर्ज 60 हजार करोड़ से बढ़कर एक लाख 85 हजार करोड़ हो चुका है। यह खुलासा इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता व अधिवक्ता प्रमोद बागडी ने सूचना अधिकार के तहत प्राप्त जानकारी के आधार पर किया है। उन्होंने वित विभाग के उप निदेशक के पास सूचना अधिकार के तहत आवेदन देकर हरियाणा सरकार के कर्ज की जानकारी मांगी थी। मिली जानकारी के अनुसार हरियाणा सरकार इस साल पर तीन अप्रैल तक 185548 करोड रुपए का कर्जा हो गया है। यह प्रोविजनल आंकड़ा है। श्री बागड़ी के अनुसार प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की मनोहर लाल खट्टर सरकार आने से पूर्व 31 मार्च 2014 तक प्रदेश पर 60293 करोड़ रुपये का कर्जा था। उन्होंने कहा कि मौजूदा सरकार ने छह वर्ष के कार्यकाल में विकास के नाम पर 185548 करोड़ रुपए हरियाणा सरकार पर कर्जा चढ़ाने का काम किया है और इस दौरान सड़कों को बार-बार तोड़फोड़ कर दोबारा बनाने का फिजूल खर्चा किया गया है। उन्होंने आरोप लगाया कि इस प्रकार सरकार में प्रदेश स्तर पर कोई बड़ा प्रोजेक्ट नहीं लगाया गया। श्री बागड़ी ने कहा कि इससे पूर्व लगभग दस साल रही भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार के कार्यकाल में भी राज्य में कर्ज पर लगभग चौगुनी वृद्धि हुई थी और 15886 करोड़ से बढ़कर यह 60 हजार करोड़ से पार हो गया था। उन्होंने कहा कि इस दौरान कांग्रेस सरकार ने झांडली व खेदड बिजली के दो प्लांट लगाने का काम किया लेकिन हुड्डा सरकार ने रोहतक के अलावा हरियाणा में समान रुप के विकास कार्य नहीं किए व दूसरे जिलों के साथ भेदभाव के साथ कार्य किया। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने कमीशनखोरी का काम किया तथा झूठ के विज्ञापन देने के नाम पर खर्चा किया। वर्ष 2005 में काउंटर मैग्नेट सिटी बनाने के नाम पर केंद्र ने लगभग 12000 करोड़ रुपये खर्च कर दिये, पर कहीं भी विकास नजर नहीं आता। इनेलो नेता ने दावा किया कि इसके विपरीत ओमप्रकाश चौटाला ने अपने कार्यकाल में योजनाबद्ध तरीके से ग्रामीण व शहरी क्षेत्र में सीसी कंकरीट की सड़कें बनाई थीं तथा फरीदाबाद व गुड़गांव जैसे बड़े शहरों का विकास किया।सं महेश विजयवार्ता