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कृषि अध्यादेशों के खिलाफ अकाली-भाजपा नेताओं के आवास पर हुए प्रदर्शन

बठिंडा/फगवाड़ा/होशियारपुर, 27 जुलाई (वार्ता) केंद्र सरकार केे कृषि अध्यादेशों के खिलाफ किसान संगठनों ने भारतीय जनता पार्टी व शिरोमणि अकाली दल के नेताओं के घरों के बाहर प्रदर्शन किये व ट्रैक्टर रैलियां निकालीं।
पंजाब के दर्जनों किसान संगठन प्रदर्शन में शामिल थे औैर ट्रैक्टर मार्च के अलावा केंद्रीय मंत्रियों, केंद्र सरकार में शामिल दलों के सासंदों और इन पार्टियों के प्रदेश में विधायकों के आवास पर कूच किया।
भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां, भाकियू डकौंदा, कुल हिन्द किसान सभा व कीर्ति किसान यूनियन आदि संगठनों से जुड़े किसानों ने बठिंडा में केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण मंत्री हरसिमरत कौर बादल के आवास व कार्यालय और पंजाब के पूर्व कैबनिट मंत्री सिकंदर सिंह मलूका व अन्य मंत्रियों के आवास का घेराव किया। इस दौरान बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनाती की गई थी।
प्रदर्शन में कुछ महिला किसानों को भी ट्रैक्टर चलाते देखा गया जिनमें बठिंडा के नजदीकी गांव महिमा भगवान की अमनदीप कौर शामिल थीं।
बाद में प्रदर्शनकारियों ने पांच जून को जारी तीन कृषि अध्यादेश और बिजली संशोधन विधेयक वापस लेने की मांग की। किसानों ने इसीके साथ डीजल व पेट्रोल के दामों पर अंकुश लगाने, किसानों की कर्जमाफी, स्वास्थ्य सेवाओं का सरकारीकरण करनेे व सभी का नि:शुल्क इलाज सुनिश्चित करने की मांग भी की। कोविड-19 संकट के दौरान बुद्धिजीवियों, पत्रकारों और कलाकारों, छात्रों, शाहीन बाग के प्रदर्शनकारियों आदि पर अत्याचार का सिलसिला बंद करने की मांग भी प्रदर्शनकारी किसानों ने की।
होशियारपुर से मिली खबरों के अनुसार कुल हिंद किसान संघर्ष समन्वय समिति, जम्हूरी किसान सभा और खेती किसान यूनियन के बैनर तले देविंदर सिंह और हरपाल सिंह के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने टांडा चौक से रहीमपुर अनाज मंडी तक ट्रैक्टर मार्च किया। बाद में उन्होंने एक ज्ञापन नायब तहसीलदार गुरप्रीत सिंह को रहीमपुर में दिया।
वहीं फगवाड़ा में केंद्रीय मंत्री सोम प्रकाश के अर्बन इस्टेट स्थित आवास को घेरने की कोशिश की हालांकि एसडीएम पवित्र सिंह, पुलिस अधीक्षक मलविंदर सिंह के नेतृत्व में प्रशासन-पुलिस ने उन्हें मंत्री के आवास से कुछ फासले पर रोक लिया। यहां रैली को संबोधित करते हुए किसान नेताओं ने घोषणा की कि कृषि अध्यादेशों को वापस लिये जाने तक आंदोलन जारी रहेगा।
सं महेश विक्रम
वार्ता
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