Tuesday, Apr 23 2024 | Time 13:43 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


हिंदी को ज्ञान की भाषा बनाने के लिए सूचना प्रौद्योगिकी अपनाना जरूरी : मीणा

चंडीगढ़, 04 सितंबर (वार्ता) जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर डॉ़ गंगा मीणा सहाय ने आज कहा कि सूचनाओं और मनोरंजन की भाषा से अब हिंदी को ज्ञान की भाषा बनाना जरूरी है और इसके लिए सूचना प्रौद्योगिकी को अपनाना ही एक मात्र विकल्प है।
डॉ़. मीणा यहां पंजाब विश्वविद्यालय के हिंदी विभाग की तरफ से हिंदी माह उत्सव के तहत विशेष व्याख्यान/परिचर्चा श्रृंखला की चौथी कड़ी में आज ‘सूचना प्रौद्योगिकी की दुनिया में हिंदी‘ विषय पर परिचर्चा में बोल रहे थे।
डॉ. मीणा ने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रयोग की जा रही हिंदी में अभी भले ही एकरूपता नहीं है लेकिन फिर भी इसके माध्यम से राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय फलक पर हिंदी जन - जन तक पहुंची है। उन्होंने कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी के विभिन्न आयामों को लेकर हिंदी समाज में जागरूकता की कमी है इसलिए इस दिशा में विशेष प्रयास करने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि एक दशक से हिंदी में भी विण्डोज़ आने लगे हैं और लिनक्स ऑपरेटिंग में शुरू से हिंदी आपको मिलेगी।
हिंदी की उन्नति के बारे में उन्होंने कहा कि एटीएम में हम खुद ही हिंदी नहीं चुनते, फोन में भी हम हिंदी नहीं चुनते हैं और दिल्ली के नेहरू प्लेस जैसे स्थान जहां ऑपरेटिंग सिस्टम खूब मिलते हैं वहां भी अगर हिंदी ऑपरेटिंग सिस्टम मांगेंगे तो वो कहेंगे कि ऐसा ग्राहक साल भर में एक दो ही आते हैं।
व्याख्यान के बाद प्रश्न -उत्तर का सत्र भी हुआ जिसमें देश के विभिन्न हिस्सों से शोधार्थी एवं प्राध्यापकों ने हिस्सा लिया।
महेश विक्रम
वार्ता
image