राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Sep 7 2020 8:19PM कृषि अध्यादेशों, बिजली संशोधन विधेयक के खिलाफ किसानों ने दिया धरनाबठिंडा, 07 सितंबर (वार्ता) हाल में केंद्र की तरफ से जारी तीन कृषि अध्यादेशों और बिजली संशोधन विधेयक के खिलाफ रोष जताते हुए किसानों ने आज पंजाब में बठिंडा के जिला उपायुक्त कार्यालय के सामने धरना दिया। भारतीय किसान यूनियन एकता उग्राहां की सूबा समिति के बुलावे पर किसान मज़दूर संघर्ष समिति के समर्थन में यह धरना दिया। धरने को संबोधन करते किसान नेताओं राजविन्दर सिंह राजू और हरिन्दर बिंदु ने कहा कि 5 जून को जारी किये गये तीनों कृषि अध्यादेश और बिजली संशोधन विधेयक किसान विरोधी हैं। उन्होंने कहा कि कृषि अध्यादेशों से फसलों की सरकारी खरीद के खात्मा होगा और किसानों को बड़े व्यापारियों और कारपोरेट के रहमोकर्म पर छोड़ दिया जाएगा जिससे वह फसलों को कौड़ियों के भाव बेचने को मजबूर हो जाएंगे। प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि इसी तरह बिजली संशोधन विधेयक किसानों और खेत मज़दूरों की बिजली सब्सिडी छीनने का रास्ता साफ करेगा और निजीकरण को बढ़ावा देगा। प्रदर्शनकारियों ने बाद में एक मांगपत्र उपायुक्त के जरिये प्रधानमंत्री के नाम दिया जिनमें उक्त अध्यादेश और विधेयक वापस लेने के अलावा गिरफ्तार राजनीतिक कैदियों को रिहा करने और झूठे मामले रद्द करने की मांग भी की गई। सं महेश विक्रमवार्ता