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हरियाणा में 50 पुलिसकर्मियों के परिवारों के एक-एक सदस्य को नौकरी का ऐलान

पंचकूला, 21 अक्टूबर(वार्ता) हरियाणा सरकार ने राज्य के 50 पुलिसकर्मियों के परिवारों के कल्याणार्थ एक महत्वपूर्ण निर्णय लेते एक-एक सदस्य को एक नवम्बर तक राज्य सरकार की एक्स-ग्रेशिया योजना के तहत सरकारी नौकरी देने का ऐलान किया है।
राज्य के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने आज यहां पुलिस लाइन, मोगीनंद में पुलिस स्मृति दिवस कार्यक्रम के अवसर पर अपने सम्बोधन में यह घोषणा की। उन्होंने इसके अलावा शहीद एसपीओ कप्तान सिंह के परिवार को भी शहीद कॉंस्टेबल रविंदर सिंह के परिवार को दी जा रही एक्स-ग्रेशिया राशि के बराबर 30 लाख रुपये की अनुदान राशि प्रदान करने का ऐलान किया। एसपीओ कप्तान सिंह और कांस्टेबल रविंदर सिंह दोनों ने रात्रि गश्त के दौरान असामाजिक तत्वों के हमले में अपनी जान गंवा दी थी।

इस अवसर पर उन्होंने युद्ध स्मारक पर माल्यार्पण कर पुलिस शहीदों को श्रद्धांजलि भी अर्पित की। इस मौके पर विधानसभा अध्यक्ष ज्ञान चंद गुप्ता भी उपस्थित थे। उन्होंने कहा कि वर्तमान में पुलिस विभाग में एक्स-ग्रेशिया के 50 मामले लम्बित हैं। इस सम्बंध में पुलिस महानिदेशकज(डीजीपी) मनोज यादव से बात हुई है और निर्णय लिया है कि 50 पुलिसकर्मियों के परिवार के एक-एक सदस्य को एक नवम्ब तक सरकारी नौकरी दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार ने राज्य सरकार के कर्मचारियों के लिए एक नई एक्सग्रेशिया योजना लागू की है, जिसके तहत, यदि किसी कर्मचारी की 52 वर्ष की आयु से पहले मृत्यु हो जाती है, तो उसके परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी प्रदान की जाएगी। गत एक साल के दौरान देशभर में अपने कर्तव्य का निर्वहन करते हुए जीवन का बलिदान देने वाले भारतीय पुलिस बल के 264 शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि इन शहीदों में हरियाणा के भी दो वीर सपूत शामिल हैं। यह दिन हरियाणा पुलिस और भारतीय पुलिस के उन बहादुर बेटों को समर्पित है जिन्होंने देश की एकता और अखंडता तथा देश के नागरिकों के जीवन और सम्पत्ति की सुरक्षा के लिए अपना बलिदान दिया है।

श्री खट्टर ने कहा कि बहादुर जवानों के असामयिक निधन के बाद, यह सरकार की जिम्मेदारी है कि उनके परिवार की देखभाल करे और उन्हें जीवन में खालीपन महसूस न हो। उन्होंने कहा कि हरियाणा सरकार की ओर से कर्तव्य पालन के दौरान शहीद होने वाले पुलिस कर्मियों के आश्रितों के कल्याण हेतू अनेक कल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। इसके अलावा, पुलिस विभाग द्वारा भी बीमा कवर के एक विशेष समझौते के तहत आश्रितों को 30 लाख रुपये की मुआवजा राशि प्रदान की जाती है। पुलिस विभाग ने एक और कल्याणकारी कदम उठाते हुए अपने पेंशनरों के लिए दुर्घटना बीमा मृत्यु कवर के तहत दी जाने वाली राशि 17 लाख रुपये से बढ़ाकर 30 लाख रुपये कर दी है।

उन्होंने कहा कि 21 अक्तूबर 1959 को भारत-तिब्बत सीमा पर लद्दाख क्षेत्र में केंद्रीय रिर्जव पुलिस बल के दस जवान सीमा पर गश्त करते समय चीनी सैनिकों के घात लगा कर किए गए हमले में शहीद हो गये थे। तभी 21 अक्तूबर को पुलिस स्मृति दिवस के रूप में मनाने की परम्परा आरम्भ हुई थी। तब से आज तक लगभग 35000 पुलिसकर्मियों ने मातृभूमि की सेवा में आतंकवादियों और असामाजिक तत्वों से लड़ते हुए अपने प्राणों का बलिदान दिया है। वर्ष 1966 में हरियाणा का एक अलग राज्य के रूप में गठन होने के बाद से कुल 80 पुलिस कर्मियों ने राज्य और इसके नागरिकों की सेवा में अपने प्राण न्यौछावर किए हैं।

मुख्यमंत्री ने कोरोना योद्धाओं के रूप में अपने कर्तव्यों का निर्वहन करने के लिए हरियाणा पुलिस की भूमिका की भी सराहना की और कहा कि लगभग 2500 पुलिसकर्मी अपने कर्तव्यों का निर्वहन करते हुए कोरोना से प्रभावित हुए हैं। इनमें से छह ने अपनी जान गंवाई है।
इस अवसर पर गृह विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव राजीव अरोड़ा, डीजीपी (सतर्कता) पी.के. अग्रवाल, डीजीपी( क्राइम) मोहम्मद अकील, बिजली निगमों के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक शत्रुजीत कपूर, अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आलोक रॉय, नवदीप सिंह विर्क, ए.एस. चावला, पंचकूला जिला उपायुक्त मुकेश आहूजा, पुलिस आयुक्त सौरभ सिंह और नागरिक तथा पुलिस प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
रमेश1544वार्ता
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