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हरियाणा में अगले 18 महीनों में सभी गांवों को 24 घंटे बिजली: कपूर

करनाल, 22 अक्तूबर(वार्ता) हरियाणा बिजली वितरण निगम के मुख्य प्रबंध निदेशक शत्रुजीत कपूर ने कहा है कि राज्य में अगले 18 महीनों में सभी गांवों में 24 घंटे बिजली आपूर्ति शुरू हो जाएगी।
श्री कपूर ने करनाल जिले के काछवा गांव में सरदार पटेल लाईब्रेरी के उद्घाटन के अवसर पर उपस्थित ग्रामीणों को सम्बोधित करते यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की दूरगामी सोच के चलते बिजली निगम घाटे से उबर कर लाभ में आ गया है। इसमें ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना का अहम योगदान है। बिजली वितरण निगम का पांच वर्ष पहले जहां करीब 80 प्रतिशत लाईनलॉस था जो अब वह घटकर 20 प्रतिशत के करीब रह गया है। भविष्य में इसे 15 प्रतिशत तक लाने का प्रयास है। उन्होंने बताया कि निगम के लाभांश का दो प्रतिशत समाजहित में लगाया जाएगा, जिसकी शुरुआत आज करीब 20 लाख रुपए की लागत से काछवा गांव में सरदार पटेल के नाम से लाईब्रेरी से शुरू की गई है। आने वाले समय में राज्य में प्रतिवर्ष 40 से 50 ऐसी लाईब्रेरियां निगम द्वारा बनाई जाएंगी।

उन्होंने कहा कि लाईब्रेरी से युवाओं और बच्चों को विशेष लाभ मिलेगा, उनकी बौद्धिक क्षमता बढ़ेगी। इस लाईब्रेरी में करीब तीन हजार ज्ञानवर्धक पुस्तकें रखी गई हैं। पुस्कालय को ग्राम पंचायत कमेटी बनाकर चलाएगी। उन्होंने ग्रामीणों से कहा कि पुस्तकालय के कार्य को और आगे बढ़ाना है और अपने बच्चों को पुस्तकालय के प्रति जागरूक करना है। पुस्तकालय युवाओं के लिए धरोहर होते हैं।
श्री कपूर के अनुसार पहले ग्रामीण क्षेत्राें में केवल 12 घंटे बिजली दी जाती थी। लाईनलॉस होने के कारण बिजली आपूर्ति में कट भी लगते थे। मुख्यमंत्री ने निर्णय लिया कि इस लाईनलॉस को खत्म करना है जिसके लिए ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना की शुरुआत वर्ष 2015 में कुरुक्षेत्र के दयालपुरा गांव से की गई। प्रदेश के करीब सात हजार गांवों में से 4750 गांवों में इस समय 24 घंटे बिजली मिल रही है। करीब 100 गांवों में प्रक्रिया शुरू है। कैथल, सोनीपत, पलवल और नारनौल जिलों में ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना का कार्य तेजी से चल रहा है। अब प्रदेश के लोग समझने लगे हैं कि बिजली विकास की मूलभूत सुविधा है।
उन्होंने कहा कि गत दिनों राज्य सरकार ने बिजली की दरें कम की हैं। 200 यूनिट तक बिजली खर्च करने वाले उपभोक्ता को 2.50 रूपये प्रति यूनिट खर्चा देना होगा और खेती के लिए 10 पैसे यूनिट है जबकि राज्य सरकार चार रुपये प्रति यूनिट की दर से बिजली खरीदती है। उन्होंने बताया कि उद्योगों के लिए भी मुख्यमंत्री ने राहत देने की घोषणा की है। जो उद्योग मालिक अतिरिक्त समय में रात को अपना उद्योग चलाएगा उसके लिए पांच रुपये प्रति यूनिट दर पर बिजली दी जाएगी।
राज्य में बिजली ट्रांसफरों की चोरी को लेकर उन्होंने कहा कि इसका सबसे बड़ा कारण इनमें तांबा होना है लेकिन अब एल्युमीनियम के ट्रांर्सफार्मर लगाए जा रहे हैं जो सस्ते हैं और इनकी चोरी नहीं होगी। उन्होंने बताया कि बिजली वितरण निगम अब मुनाफे में है। वर्ष 2017-18 में निगम 412 करोड़ रुपये, वर्ष 2018-19 में 300 करोड़ रुपये और कोरोना के बावजूद भी वर्ष 2019-20 में 330 करोड़ रुपये का मुनाफा निगम ने कमाया है। इसका दो प्रतिशत लाभांश के रूप में कार्पोरेट सामाजिक दायित्व के तहत खर्च करना है। ऐसे में निगम ने निर्णय लिया है कि जिन गांवों ने ‘म्हारा गांव-जगमग गांव’ योजना के तहत निगम को सहयोग दिया है उनमें सरदार पटेल के नाम से पुस्तकाल बनाए जाएंगे।
रमेश1758वार्ता
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