हिसार, 12 जनवरी (वार्ता) हरियाणा में हिसार जिले के गांवों में बस सेवाओं की कमी के कारण गांवों से शहर पढ़ने जाती लड़कियों को बसों की खिड़कियों से लटककर स्कूल-कॉलेज आना-जाना पड़ रहा है।
यह मामला हिसार लोकसभा से चुनाव लड़ चुके सलीम सुलखनी ने उठाया है। उन्होंने यहां जारी बयान में कहा कि गांव धांसू, सुलखनी, घिराय, खानपुर समेत कई गांवों में यही हाल है। रोडवेेज ने कई रूट पर अतिरिक्त बसों की कोई व्यवस्था नहीं की है जबकि रोडवेज प्रशासन के संज्ञान में यह बात लाई जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि बस सेवाओं की कमी के कारण न सिर्फ छात्र-छात्राओं समेत रोजाना आने-जाने वाले बस यात्रियों को भारी परेशानी से गुजरना पड़ता है, बल्कि कोविड-19 महामारी के समय में सोशल डिस्टेंसिंग जैसे नियमों की धज्जियां भी उड़ रही हैं और लोगों में संक्रमण का खतरा भी होता है। उन्होंने कहा कि बस में पांव रखने की भी जगह नहीं है और दूसरी और खिड़कियों में कड़ाके की ठंड में छात्राएं लटकी हुई हैं, ऐसे में कोई हादसा होने की सूरत में कौन जिम्मेदार होगा।
श्री सुलखनी ने कहा कि हरियाणा रोडवेज हिसार के ट्रैफिक मैनेजर को इस बारे में कई बार बताया जा चुका है पर स्थिति में कोई फर्क नहीं पड़ा।
सं महेश विक्रम
वार्ता