हिसार, 15 जनवरी (वार्ता)राज्यसभा के पूर्व सांसद पंडित रामजीलाल का आज सुबह निधन हो गया।
वह 90 वर्ष के थे। कुछ समय से वह अस्वस्थ चल रहे थे।
पंडित रामजीलाल हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भजनलाल के परममित्र व विश्वासपात्र राजनीतिक सहयोगी थे। पंडित रामजीलाल उत्तर भारत में बैकवर्ड नेता के तौर पर विशेष पहचान रखते थे। वे दो बार राज्यसभा के सदस्य रहे। वह हरको बैंक के चेयरमैन और कांग्रेस के जिलाध्यक्ष रहे। हजकां के संस्थापक सदस्य और महासचिव रहे।
उन्होंने बीए पास करके व्यापार और राजनीति जगत में नए आयाम स्थापित किए। सूरत, नागपुर और हिसार में कारखाने लगाए। उन्होंने आर्य समाज का अनुसरण करके जीवन यापन किया। वे बहुत चरित्रवान व्यक्तित्व के धनी थे। उन्होंने गांव के सरपंच के तौर पर राजनीतिक जीवन की शुरुआत की। वे बहुत विनम्र व उदार व्यक्तित्व के स्वामी थे। इस क्षेत्र के विकास व जनसेवा में उनका उल्लेखनीय योगदान है। निर्धन लोगों व पिछड़ा वर्ग के कल्याण के लिए वे हर समय तत्पर रहते थे। वैदिक विचारधारा में उनका अगाध विश्वास व श्रद्धा थी।
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने पंडित रामजीलाल के निधन दु:खद व्यक्त करते हुए कहा है कि उन्होंने लम्बे समय से राजनीति में अपना योगदान दिया। मैं ईश्वर से प्रार्थना करता हूं कि दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें। शोकाकुल परिजनों के साथ मेरी सांत्वना है।
अखिल भारतीय कांग्रेस कार्यसमिति सदस्य कुलदीप बिश्नोई पं. रामजीलाल के अंतिम संस्कार में शामिल हुये। उन्होंने कहा कि पंडित रामजीलाल ने भाई से बढ़कर उनके पिताजी का साथ दिया और उनके आशीर्वाद का हाथ हमेशा मेरे ऊपर रहा। दोस्ती की मिसाल पं. रामजीलाल ने सदैव आपसी भाइचारे को मजबूत करने और समाज के कमजोर वर्ग के उत्थान के लिए काम किया। उनका जाना पारिवारिक क्षति है, जिसकी क्षतिपूर्ति असम्भव है। समय चाहे कैसा भी रहा हो पं. रामजीलाल हमेशा मेरे पिता और उनके बाद मेरे साथ खड़े रहे और मेरे संघर्ष में साथ दिया।
हरियाणा विधानसभा के डिप्टी स्पीकर रणबीर गंगवा, फतेहाबाद के भाजपा विधायक दुड़ाराम, कांग्रेस नेता रणधीर पनिहार समेत बड़ी संख्या में विभिन्न संगठनों व राजनीतिक दलों के नेताओं ने दिवंगत पंडित रामजीलाल को श्रद्धांजलि अर्पित की।
सं शर्मा
वार्ता