राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Mar 5 2021 7:04PM खेती कानूनों पर लाये गये प्रस्ताव पर वोट करने से पहले ही आप ने किया वॉकआउटचंडीगढ़, 05 मार्च (वार्ता)पंजाब विधानसभा में आज कृषि कानूनों को रद्द करने के लिये लाये प्रस्ताव पर वोट करने से पहले आम आदमी पार्टी ने सदन से बहिगर्मन किया । मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कृषि कानून और किसान आंदोलन के मुद्दे पर आम आदमी पार्टी की भूमिका की निंदा की । उन्होंने कहा कि आप पार्टी किसानों या उनके हितों की रक्षा के प्रति सचमुच न तो कभी चिंतित थी और न इसका नेतृत्व । आप ने अपने को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का एजेंट साबित किया है जिसके साथ मिलकर ‘आप’ के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल आंदोलनकारी किसानों के विरुद्ध साजिशें रच रहे हैं। वॉकआउट से पहले आप सदस्यों ने सदन में हंगामा किया और आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री कृषि सुधारों के लिये केंद्र की तरफ से बनाई गई उच्च स्तरीय कमेटी के सदस्य हैं और इस तरह खेती कानूनों पर फ़ैसला लेने वाली पार्टी हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि वह कमेटी की किसी भी बैठक में मौजूद नहीं थे। वित्त मंत्री मनप्रीत सिंह बादल एक बैठक में शामिल हुए थे जबकि अगली बैठक में एक अधिकारी ने हिस्सा लिया था। श्री बादल ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि राज्य सरकार को इन ऑर्डीनैंसों की कोई जानकारी नहीं थी जिसको आप ने सदन में हंगामे का मुद्दा बनाया । शर्मा वार्ता