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विदेश भागने की फिराक में गैंगस्टर पुलिस के हत्थे चढ़ा

सोनीपत 31 मार्च (वार्ता) हरियाणा में सोनीपत की स्थानीय अदालत परिसर में शार्प शूटर अजय बरोणा को सिपाही महेश से गोली मरवाने और गांव बरोणा में उसी के पिता की हत्या करवाने के आरोपी गैंगस्टर रामकरण बैंयापुर को सोनीपत पुलिस की टीम ने गिरफ्तार कर लिया।
करीब 30 मामलों में नामजद रहे आरोपी गैंगस्टर को पुलिस टीम ने नई दिल्ली के पश्चिमी विहार स्थित होटल रेडिसन ब्लू के पास से गिरफ्तार किया है। गैंगस्टर विदेश भागने की फिराक में था। पुलिस ने आरोपी को अदालत में पेश कर पांच दिन के रिमांड पर लिया है। जिससे मामले में जुड़े साक्ष्य जुटाए जा सके और उसके साथियों का पता लगाया जा सके। आरोपी ने शुरुआती पूछताछ में अजय के पिता कृष्णचंद की हत्या बदमाश मोनू लल्हेड़ी और अन्य गुर्गों से करवाने की बात कबूल की है।
सहायक पुलिस अधीक्षक निकिता खट्‌टर ने बुधवार को पत्रकारों से कहा कि 18 मार्च को अदालत परिसर चौकी के प्रभारी उप निरीक्षक मुकेश कुमार ने बताया था कि पुलिस टीम को अदालत परिसर में गोली चलने की सूचना मिली थी। टीम मौके पर गई तो अदालत परिसर स्थित लॉकअप के पास कैदी बस में शार्प शूटर अजय उर्फ बिट्‌टू निवासी बरोणा घायल अवस्था में पड़ा था। पुलिस ने मौके से सिपाही महेश को गिरफ्तार किया था। वह अजय की गार्द में रोहतक से आया था। उस पर ही गोली मारने का आरोप है। पुलिस ने हत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कर लिया था। अजय पर हमले के करीब दस मिनट बाद बरोणा गांव में उसके पिता कृष्ण चंद की गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हथियार सहित पकड़े गए महेश ने पुलिस को बताया था कि गैंगस्टर रामकरण के कहने पर गैंगवार में उसने अजय को गोलियां मारी है। इसके लिए रामकरण ने ही वारदात से पहले हथियार मुहैया कराया था। बाद में रामकरण के घर की तलाशी लेने पर करीब 700 कारतूस समेत अवैध हथियार, नकदी, आभूषण, कई लग्जरी गाड़ी व अन्य सामान मिला था। जिसमें प्रतिबंधित गोलियां भी शामिल थी।
उन्होंने कहा कि मामले की जांच सहायक पुलिस अधीक्षक निकिता के नेतृत्व में सीआईए-2 टीम को सौंपी गई थी। उन्होंने बताया कि सीआईए-2 प्रभारी अनिल कुमार व उनकी टीम में शामिल एसआई आनन्द सिंह, एएसआई संदीप, एचसी सोमबीर, सिपाही कृष्ण, धर्मेंद्र व विनोद की टीम ने सूचना के आधार पर गैंगस्टर रामकरण को होटल रेडिसन ब्लू के बाहर से काबू कर लिया। वह विदेश भागने की फिराक में दिल्ली आया था। आरोपी पर सात हत्याओं समेत 30 मुकदमे दर्ज हैं। वह वारदात के बाद दिल्ली से भागकर उत्तराखंड के देहरादून व हरिद्वार में छिपता रहा। दिल्ली वापस आया तो पकड़ा गया। पुलिस उससे हथियार व अन्य सामान के बारे में पूछताछ करेगी।
रामकरण ने पुलिस की पूछताछ में बताया है कि उसने अजय के पिता कृष्ण चंद की हत्या के लिए बदमाश मोनू निवासी लल्हेड़ी, मोहित कलानौर, मनीष खरखौदा और अन्य को स्कार्पियो गाड़ी में भेजकर कराई थी। वह सोनीपत में महेश को पिस्तौल देने के बाद मोनू लल्हेड़ी की आई-10 गाड़ी में दिल्ली चला गया था। वारदात के बाद गैंग दिल्ली के दरियापुर नांगल में एकत्रित हुआ और वहां से सभी फरार हो गए।
सं.संजय
वार्ता
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