राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: May 29 2021 4:18PM हरियाणा सरकार की बहुआयामी रणनीति से पाया गया कोरोना पर नियंत्रणचंडीगढ़, 30 मई(वार्ता) हरियाणा सरकार की कोरोना आपदा पर नियंत्रण पाने के लिये अपनाई गई बहुआयामी रणनीति से अब सकारात्मक परिणाम सामने आने गये हैं। राज्य में जहां कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार गिरावट का रूख जारी है वहीं इसके कारण होने वाली मौतों की संख्या भी कम हुई है। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों और तथा स्वास्थय, पुलिस और अन्य सभी सम्बंधित विभागों के साथ बेहतरीन तालमेल के अलावा खुद ही जमीनी स्तर पर मोर्चा सम्भालने से राज्य में कोरोना संक्रमण के फैलाव पर कुछ हद तक नियंत्रण पा लिया गया है। उनकी एक अपील पर कार्पोरेट जगत और अन्य सामाजिक-धार्मिक संगठन अपने अपने संसाधनों के सहयोग से कोरोना के खिलाफ लड़ाई में जहां एकजुट होकर सामने आये वहीं स्वास्थ्य विभाग और अन्य सम्बंधित विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों का इसमें योद्धा के रूप में योगदान भी सराहनीय रहा है। प्रदेश की बहुराष्ट्रीय कम्पनियों, बड़े व्यावसायिक और औद्याेगिक समूहों ने कॉर्पोरेट सोशल रिस्पांसिबिलिटी (सीएसआर) गतिविधियों के तहत स्वास्थ्य केंद्रों तक ऑक्सीजन पहुंचाना, कोविड केयर सेंटर और अस्थायी अस्पतालों का निर्माण, मरीजों के लिए वेंटीलेटर, आक्सीजन सिलेंडर और एम्बुलेंस वाहन, पीपीई किट, सेनेटाइजर, मास्क, दवाएं और अन्य आवश्यक सामग्री उपलब्ध कराते हुए प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की। इस मदद से राज्य सरकार न केवल सबका साथ-सबका विकास को साकार कर सकी बल्कि समाज के अंतिम व्यक्ति तक स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने में भी सफल साबित हुई। इतना हीं नहीं सीएसआर फंड के समन्वय के लिए मुख्यमंत्री के गत दो वर्षों में किए गए प्रयास भी आपदा के इस दौर में सफलता से फलीभूत नजर आए।मुख्यमंत्री ने गत शुक्रवार को गुरुग्राम के तीन सरकारी अस्पतालों में चार ऑक्सीजन उत्पादन संयंत्रों का वर्चुअली उदघाटन किया। मारुति सुजुकी इंडिया लिमिटेड के सहयोग से गुरुग्राम में सिविल अस्पताल में एक टन और आधे टन क्षमता के दो संयंत्रों से 100 से 150 बेड पर ऑक्सीजन की आपूर्ति हो सकेगी। वहीं जिले में मानेसर समेत दोनों ईएसआई अस्पताल में एक-एक टन क्षमता के ऑक्सीज़र संयत्र स्थापित किये गये हैं। वहीं रायथोन प्रौद्योगिकी की मदद से हरियाणा को सीएसआर एडवाइजरी बोर्ड के माध्यम से चार ऑक्सीट्रक भी मिले हैं। जर्मनी से आयातित इन ऑक्सीट्रक का इस्तेमाल सेना दुर्गम और संकटग्रस्त क्षेत्रों में अपने जवानों के लिए इस्तेमाल करती है।रमेश1617जारीवार्ता