राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: May 29 2021 4:29PM हरियाणा. खट्टर-कोरोना रणनीति दो अंतिम चंडीगढ़श्री खट्टर की अध्यक्षता में वर्ष 2018 में एक सीएसआर सलाहकार बोर्ड गठित किया गया जिसका उद्देश्य सीएसआर फंड के तहत होने वाले कार्यों को चैनलाइज करना था। कोविड 19 महामारी के दौरान उनकी इस पहल पर बोर्ड के माध्यम से कॉर्पोरेट सेक्टर के सीएसआर फंड को कोरोना नियंत्रित करने के उपाय में भी शामिल किया गया। उनके आग्रह पर इस सलाहकार बोर्ड के सदस्यों ने संकट की इस घड़ी में राज्य सरकार की न केवल विभिन्न संसाधनों से मदद की बल्कि सीएसआर फंड के जरिए भी वित्तीय मदद की ताकि राज्यवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए धन या किसी संसाधन की कमी न हो।कोविड-19 महामारी के दौरान एक समय ऐसा भी आया जब ऑक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ने लगी। सरकार ने तत्परता दिखाते हुए हिसार और पानीपत में 500-500 बेड क्षमता के दो नए अस्थाई अस्पताल तैयार किये तथा इनमें ऑक्सीजन की आपूर्ति का तत्कालिक समाधान भी जिंदल इंडस्ट्री और पानीपत में इंडियन ऑयल रिफाइनरी से निकला। मुख्यमंत्री और उनकी टीम के प्रयासों से इन इकाईयों ने सीएसआर के तहत प्रदेशवासियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा सुनिश्चित की। प्रदेश में एक समय मई माह के पहले सप्ताह के उपरांत ऐसा भी आया जब स्वास्थ्य संसाधनों की मांग अधिक होने लगी। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे इलाकों में हालात चुनौतीपूर्ण बनने लगे। मुख्यमंत्री ने इस लड़ाई में कॉर्पोरेट सेक्टर को भी शामिल किया। गुरूग्राम की वेदांता, एमथ्रीएम, हीर, मैनकाइंड के माध्यम से 500 बेड से अधिक क्षमता के अस्थायी अस्पताल तैयार हुए। कम समय में अधिक संसाधन उपलब्ध कराकर कॉपोरेट सेक्टर ने कोरोना महामारी के खिलाफ जारी लड़ाई में पीड़ितों के उपचार में बड़ी राहत पहुंचाई।राज्य सरकार का कोरोना महामारी के फैलाव और बचाव कार्पोरेट जगत का अहम योगदान रहा। गत वर्ष जी-एंटरटेनमेंट समूह ने कोरोना मरीजों के लिए 20 एम्बुलेंस वाहन उपलब्ध कराए, वहीं मारूति उद्योग ने भी वेंटिंलेटर, पावर ग्रिड समूह ने एडवांस लाइफ सपोर्ट सिस्टम युक्त छह एम्बुलेंस वाहन, राइट्स ने दो एएलएस एम्बुलेंस तथा हीरो मोटोकार्प, टाटा संस, होंडा, पारले, महिंद्रा, सीआईआई, एसोचैम, स्ट्डस, इंडसइंड बैंक, डीएलएफ आदि समूहों ने खुलकर पीपीई किट, सर्जिकल और एन-95 मास्क, सेनेटाइजर, आईग्लास, शू वियर आदि से सरकार और स्वास्थय संसाधनों की मदद की। इतना हीं नहीं सीएसआर एडवाइजरी बोर्ड के माध्यम से कॉर्पोरेट सेक्टर से सरकार को छह करोड़ 31 लाख 38 हजार 698 रुपए की वित्तीय सहायता भी कोरोना से लड़ाई के लिये प्राप्त हुई। रमेश1627वार्ता