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हिन्दी और हरियाणवी श्रेष्ठ कृति पुरस्कारों और पांडुलिपि अनुदानों की घोषणा

हरियाणा, 30 सितम्बर(वार्ता) हरियाणा साहित्य अकादमी ने वर्ष 2020 के लिए हिंदी और हरियाणवी भाषा के श्रेष्ठ कृति पुरस्कारों, हिन्दी कहानी पुरस्कारों और पाण्डुलिपि अनुदानों की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री के अतिरिक्त प्रधान सचिव तथा सूचना, जनसम्पर्क एवं भाषा विभाग के महानिदेशक डॉ.अमित अग्रवाल ने यह जानकारी देते हुए बताया कि मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर, जो हरियाणा साहित्य अकादमी के अध्यक्ष भी हैं, ने इन पुरस्कारों एवं अनुदानों को स्वीकृति प्रदान कर दी गई है। उन्होंने बताया कि श्रेष्ठ कृति पुरस्कारों के लिए हिंदी कविता वर्ग में हिसार की डॉ. शर्मीला की कृति ‘तीन टुकड़ा सूरज’, कहानी वर्ग में रोहतक के विजय विभोर के कथा संग्रह ‘फिर वही पहली रात’, उपन्यास वर्ग में पंचकूला के लाजपतराय के ‘पल जो यूं गुजरें’, निबंध वर्ग में अम्बाला शहर के पंकज शर्मा के व्यंग संग्रह ‘मुफ्त बातों के मुफ्तलाल’, जीवनी वर्ग में चरखीदादरी के डॉ. अशोक कुमार की पुस्तक ‘हरियाणा शिखर महिलाएं’, यात्रा वृतांत वर्ग में हिसार के बलजीत सिंह की कृति ‘काले पानी का सफेद सच’ तथा बाल साहित्य वर्ग में भिवानी के महेन्द्र सिंह सागर की कृति ‘बाल उड़ान’ को चयनित किया गया है।
इसी प्रकार, हरियाणा भाषा में झज्जर के डॉ. जयभगवान शर्मा के काव्य संग्रह ‘यादां का झरोखा’ तथा सोनीपत के रामबीर सिंह की ‘लोककला सिरमौर : निहालचंद शिवचरण’ को श्रेष्ठï कृति पुरस्कार के लिए चुना गया है। इन पुरस्कार विजेताओं को 31-31 हजार रुपये की पुरस्कार राशि प्रदान की जाएगी।
इसी प्रकार, वर्ष 2020 की हिन्दी कहानी प्रतियोगिता में सिरसा के सुरेश बरनवाल की कहानी ‘गीले पन्ने’ को प्रथम स्थान, फरीदाबाद की भावना सक्सेना की कहानी ‘नौबत’ को द्वितीय और भिवानी की विनिता मलिक ‘नवीन’ की कहानी ‘एडजस्ट करूंगी’ को तृतीय पुरस्कार प्रदान किया जाएगा। इन पुरस्कार विजेताओं को क्रमश: 5,000 रुपये, 4,000 रुपये और 3,000 रुपये की पुरस्कार राशि दी जाएगी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 के लिए प्राप्त पाण्डुलिपियों में से हिन्दी व हरियाणवी भाषा की कुल 20 पाण्डुलिपियों का अनुदान के लिए चयन किया गया है। इस योजना के तहत पुस्तक के प्रकाशन के उपरांत लेखक को 20,000 रुपये तक की अनुदान राशि प्रदान की जाती है। जिन लेखकों की पांडुलिपियों का चयन किया गया है उनमें भिवानी के करतार सिंह जाखड़, पंचकूला की शारदा मित्तल, संगरूर की सुनीता देवी, पंचकूला की डॉ. हेमलता शर्मा, भिवानी के श्याम वशिष्ठ, पंचकूला की सीमा गुप्ता, अम्बाला छावनी के डॉ. सुरेश कुमार, भिवानी के डॉ. सत्यवान सौरभ, हिसार की नीलम नारंग, रोहतक के विजय विभोर, हिसार के बनी सिंह जांगड़ा, सोनीपत के अशोक बैरागी, जगाधरी के बी.मदन मोहन, हिसार की विपिन चौधरी, करनाल के राजबीर वर्मा, महेन्द्रगढ़ के त्रिलोक चंद, रेवाड़ी के दलबीर सिंह, हिसार की शिखा कुमारी, चण्डीगढ़ के सेवा सिंह और यमुनानगर के डॉ. बहादुर सिंह शामिल हैं।
रमेश1654वार्ता
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