Thursday, Apr 25 2024 | Time 18:29 Hrs(IST)
image
राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचल


गुरु नानक जयंती को समर्पित ऐतिहासिक गुरुद्वारों में होंगे अमृत संचार समागम: जागीर कौर

गुरु नानक जयंती को समर्पित ऐतिहासिक गुरुद्वारों में होंगे अमृत संचार समागम: जागीर कौर

अमृतसर, 25 अक्टूबर (वार्ता) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) की शताब्दी को समर्पित गुरुद्वारा सुधार आंदोलन के शहीदों की याद में गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल में सिख मिशनरी कॉलेजों का एक बड़ा गुरमत समागम (धार्मिक मण्डली) आयोजित किया जा रहा है।

एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जागीर कौर ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि सिख समुदाय की धार्मिक प्रतिनिधि संस्था एसजीपीसी की स्थापना को सौ साल बीत चुके हैं। उन्होंने कहा कि यह पूरा वर्ष एसजीपीसी की शताब्दी को समर्पित है जिसके तहत विभिन्न गुरमत समागम आयोजित किए गए। बीबी जागीर कौर ने कहा कि अब 26 अक्टूबर को गुरुद्वारा सुधार आंदोलन के सभी शहीदों की याद में गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब दीवान हॉल अमृतसर में सिख मिशनरी कॉलेजों के प्रचारकों , शिक्षकों और छात्रों का एक बड़ा गुरमत समागम होगा।इसमें लगभग 56 सिख मिशनरी कॉलेज भाग लेंगे।

उन्होंने कहा कि एसजीपीसी की धर्म प्रचार समिति द्वारा शुरू किए गए 'घर घर अंदर धर्मशाला' अभियान के तहत एसजीपीसी की लगभग 150 प्रचारक टीमें लगातार काम कर रही हैं, जिसे संगत (समुदाय) से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिल रही है।

बीबी जागीर कौर ने कहा कि संगत की मांग को ध्यान में रखते हुए, सिख मिशनरी कॉलेजों को भी इस अभियान में सहयोगी बनाया जाएगा ताकि प्रचारकों के अधिक समूह संगत को सिख धर्म का प्रचार कर सकें। एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि इस अभियान के तहत संगत को गुरबानी संथिया (सटीक गुरबानी पाठ पर पाठ), सिख राहत मर्यादा (आचार संहिता) पर ज्ञान दिया जा रहा है, इसी तरह टीमें घर-घर पहुंचकर युवाओं को प्रोत्साहित कर रही हैं। अब तक लगभग 50,000 लोगों ने दीक्षा (अमृत ली) है।

बीबी जागीर कौर ने बताया कि गुरु नानक देव जी की जयंती को ध्यान में रखते हुए धर्म प्रचार समिति द्वारा बड़े पैमाने पर अमृत संचार अभियान चलाया जा रहा है, जिसमें तख्त साहिबों के जत्थेदार और ग्रंथी सिंह पंज प्यारे के रूप में सेवा करेंगे और पहल करेंगे (अमृत दें) । उन्होंने बताया कि अमृत संचार अभियान के तहत 3 नवंबर को गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब में गुरमत समागम होगा और उसी दिन श्री अकाल तख्त साहिब में अमृत संचार होगा, जिसमें पंच प्यारे ग्रंथी सिंह के रूप में सेवा करेंगे। जो सिख श्री अकाल तख्त साहिब में अमृत ग्रहण करेंगे, वे बाद में गुरुद्वारा श्री मंजी साहिब में समागम में शामिल होंगे। इसी तरह सात नवंबर को तख्त श्री केसगढ़ साहिब, 11 नवंबर को समाना, 13 नवंबर को गुरुद्वारा रेरू साहिब, साहनेवाल में 14 नवंबर को तख्त श्री दमदमा साहिब तलवंडी साबो और गुरुद्वारा श्री बेर साहिब, सुल्तानपुर लोधी में 19 नवंबर को गुरमत समागम और अमृत संचार समागम होगा।

एसजीपीसी अध्यक्ष ने पंजाबी भाषा को मुख्य विषयों से बाहर करने की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि पंजाबी भाषा की इस तरह की उपेक्षा कभी बर्दाश्त नहीं की जा सकती। उन्होंने केंद्र सरकार से भाषाओं के खिलाफ इस तरह के भेदभाव को दूर करने और मुख्य विषयों में पंजाबी भाषा को फिर से शामिल करने की अपील की। संठाकुर जितेन्द्र वार्ता

image