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हिमाचल के ऊंचाई वाले जनजातीय इलाके केलांग के लोगों को एंटी फ्रीज तकनीक से मिलेगा पेयजल

हिमाचल के ऊंचाई वाले जनजातीय इलाके केलांग के लोगों को एंटी फ्रीज तकनीक से मिलेगा पेयजल

केलांग, 24 दिसंबर (वार्ता) हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल-स्पीति के मुख्यालय केलांग में पूरा साल और विशेष तौर से बर्फीली सर्दियों में भी निर्बाध पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के मकसद से कार्य योजना तैयार की गई है।

जल शक्ति विभाग द्वारा तैयार इस योजना को जल्द अमलीजामा पहनाया जाएगा। यह जानकारी जनजातीय विकास मंत्री डॉ रामलाल मारकंडा ने आज यहां दीं

उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन और जल शक्ति विभाग को इस महत्वाकांक्षी योजना को तय समय में शुरु करके इसे पूर्ण करने का लक्ष्य दिया गया है। डॉ मारकंडा ने कहा कि केलांग जिला मुख्यालय में सभी बुनियादी सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर मुहैया किया जाएगा।

गौरतलब है कि समुद्र तल से 3 हजार मीटर की ऊंचाई पर स्थित केलांग में विशेष तौर से सर्दियों के मौसम में पानी जम जाने की वजह से लोगों को किल्लत का सामना करना पड़ता है।

डॉ मारकंडा ने बताया कि इस कार्य योजना के पूरा होने के बाद माइनस तापमान में भी केलांग में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जा सकेगी। योजना के तहत एंटी फ्रीज वाटर सप्लाई सिस्टम की सुविधा मुहैया करने की व्यवस्था होगी। यह महत्वपूर्ण योजना 13 करोड़ 78 लाख की राशि से पूरी होगी।

उन्होंने कहा कि इस योजना के टेंडर की प्रक्रिया को मार्च 2022 तक पूरा करके निर्माण कार्य को शुरु करने के निर्देश दिए गए हैं। ये भी उल्लेखनीय है कि जहां अटल टनल ने लाहौल घाटी में प्रवेश के मार्ग को सुगम कर दिया है, वहीं इसके चलते घाटी में आने वाले सैलानियों की संख्या में भी इजाफा हो रहा है।

केलांग जिला मुख्यालय होने के साथ सैलानियों का ठहराव स्थल भी है। ऐसे में यदि ये योजना धरातल पर उतरती है तो केलांग वासियों के अलावा यहां कार्यरत सरकारी कर्मचारियों के लिए भी राज्य सरकार की तरफ से यह एक बहुत बड़ा तोहफा होगा।

अमेरिका और यूरोपीय देशों में बर्फबारी के दौरान शून्य से नीचे तापमान में भी पेयजल आपूर्ति की व्यवस्था के अध्ययन के बाद ये फैसला लिया गया है कि उसी तकनीक का उपयोग करके पेयजल आपूर्ति को कारगर बनाया जाए। इस तकनीक में पेयजल आपूर्ति के पाइप नेटवर्क को जमीन से नीचे करीब 4 फुट की गहराई में बिछाया जाएगा। इसके अलावा एंटी फ्रीज तकनीक के अन्य पहलुओं का भी इसमें समावेश होगा।

डॉ मारकंडा ने कहा कि इस योजना के फलीभूत होने पर इस मॉडल को घाटी के अन्य क्षेत्रों में शुरू किया जा सकता है। बीते कुछ सालों के दौरान केलांग में पर्यटन ने काफी विस्तार लिया है। ऐसे में पेयजल आपूर्ति योजना होटल, रेस्तरां और होम स्टे संचालकों के लिए अत्यंत ही मद्दगार साबित होगी।

सं शर्मा

वार्ता

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