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हरियाणा में स्कूलों को बंद करने की तैयारी : कुमारी सैलजा

हिसार, 08 अगस्त (वार्ता) कांग्रेस कार्यसमिति की सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री कुमारी सैलजा ने कहा है कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार ने प्रदेश में 900 से अधिक सरकारी स्कूलों को बंद करने का षडयंत्र रचना शुरू कर दिया है जिनमें केवल 50 या 50 से कम विद्यार्थी हैं।
इन स्कूलों को बंद करने के साथ ही अध्यापकों के खाली पड़े हजारों पदों पर नियुक्ति पर रोक लगाने की रणनीति प्रदेश सरकार ने बनाई है। हरियाणा कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष कुमारी सैलजा ने आज पत्रकाराें से कहा कि गठबंधन सरकार की शिक्षा विरोधी नीतियों के कारण इस बार सरकारी स्कूलों में दाखिले कम हुए हैं। सरकार नहीं चाहती कि वह सरकारी स्कूलों की संख्या बढ़ाए या फिर उनमें खाली पड़े पदों को भरे। इसलिए ही प्रदेश सरकार ने निजी स्कूलों में दाखिला लेने के इच्छुक छात्रों की फीस के तौर पर 1100 रुपए प्रति माह देने की शुुरुआत की है।
पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कहा कि यह कितनी हैरानी की बात है कि शिक्षा विभाग की ओर से संचालित मॉडल संस्कृति स्कूलों में पढ़ऩे वाले छात्रों से 500 रुपए प्रति माह फीस वसूली जाती है और निजी स्कूलों में पढ़ऩे वाले छात्रों को प्रति माह 1100 रुपए दिए जाते हैं। इसका सीधा मकसद सरकारी स्कूलों में छात्रों की संख्या को कम करना और निजी स्कूलों को बढ़ावा देना है।
कुमारी सैलजा ने कहा कि शिक्षा विभाग ने प्रदेश के सभी जिलों से ऐसे स्कूलों का डाटा मंगवाया है, जिनमें छात्र संख्या 50 तक है। इन स्कूलों को बंद करके इनके छात्रों को आसपास के स्कूलों में शिफ्ट करने की प्लानिंग है। प्रदेश में इस योजना का विरोध न हो, इसलिए शिक्षा विभाग के अधिकारी लोगों को गुमराह कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा-जजपा गठबंधन सरकार प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने की बजाय सरकारी स्कूलों को बंद करने पर तुली हुई है। स्कूलों में फिलहाल 48 हजार के आसपास पद खाली पड़े हैं और इन पर भर्ती के लिए प्रक्रिया तक शुरू नहीं की जा रही है। इसके विपरीत स्कूलों को बंद करने से इनके लिए स्वीकृत पदों का ब्यौरा तैयार कर अगले चरण में इन पदों को फ्रीज करने का कदम उठाया जाना है।
उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार को शिक्षा विरोधी नीतियों को चलाने की बजाय शिक्षा के प्रचार-प्रसार के लिए कार्य करना चाहिए। गुणवत्तापूरक शिक्षा देने के लिए स्कूलों को बंद करने की बजाय उनमें खाली पड़े पदों को भरना चाहिए।
सं.शर्मा.श्रवण
वार्ता
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