राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Sep 29 2022 8:06PM पंजाब में दूसरे दिन भी विपक्ष के हंगामे की भेंट चढ़ा विस सत्रचंडीगढ़ , 29 सितंबर (वार्ता) पंजाब में कांग्रेस ने भगवंत मान सरकार पर दोहरे मानदंड अपनाने के विरोध में गुरुवार को विधानसभा में जमकर नारेबाजी की और सदन की कार्यवाही समाप्त होने तक शाेरशराबा जारी रहा। बाद में सदन की कार्यवाही कल तक के लिये स्थगित कर दी गई। कांग्रेस सदस्य सदन में लाल चोगा पहनकर आये और शून्यकाल से लेकर कार्यवाही स्थगित होने तक नारेबाजी करते रहे जिससे कार्यवाही बाधित रही। प्रतिपक्ष के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने सदन की कार्यवाही शुरू होते ही केबिनेट मंत्री फौजा सिंह सरारी की बर्खास्तगी की मांग की और कहा कि मान सरकार दोहरे मापदंड अपना रही है। उन्हाेंने कहा कि जब मंत्री का कथित आडियो सामने आ गया है तो उन्हें अब तक बर्खास्त क्यों नहीं किया जबकि मुख्यमंत्री भगवंत मान ने पूर्व स्वास्थ्य मंत्री डाॅ. विजय सिंगला को आडियो मिलते ही मंत्री पद से हटा दिया था तो श्री सरारी के खिलाफ अब तक कोई कार्रवाई क्यों नहीं की गयी। कांग्रेस सदस्य नारेबाजी करते हुये सदन के बीचोंबीच आ गये और शोरशराबा करते रहे। वे अपनी मांग पर अड़े रहे। विधानसभा अध्यक्ष कुलतार संधवां ने उन्हें अपनी सीटाें पर जाने और अपनी बात कहने का बार-बार आग्रह किया, लेकिन कांग्रेस सदस्य सदन के बीचोंबीच लगातार नारेबाजी करते रहे। उन्हाेंने विपक्षी सदस्यों से कहा कि मुख्यमंत्री ही इस बारे में कुछ कह पायेंगे । फिलहाल वो सदन में नहीं हैं तो उन्हें अपनी सीटों पर चले जाना चाहिये । इसबीच सदन की कार्यवाही शोरशराबे के कारण आधा घंटे के स्थगित करनी पड़ी। जब कार्यवाही फिर से शुरू हुई तो भी कांग्रेस सदस्य अपनी मांग पर अड़े रहे और नारेबाजी करते रहे। सत्तापक्ष ने कांग्रेसियों पर तंज कसते हुये कहा कि दलित छात्रों का स्काॅलरशिप को लेकर लाये गये मत पर बहस से भाग रहे हैं क्योंकि उनके शासन में दलित छात्राें के स्काॅलरशिप का पैसा उनका मंत्री खा गया है। विधानसभा की कार्यवाही स्थगित होने तक कांग्रेसियों का हंगामा जारी रहा। वित्त मंत्री हरपाल चीमा ने सदन के बाहर कहा कि कांग्रेस विपक्षी दल होने के बावजूद रचनात्मक भूमिका निभाने में विफल रही है। शर्मा, उप्रेती वार्ता