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प्राइवेट नशा छुड़ाओ एवं पुनर्वास केन्द्रों के मासिक निरीक्षण के निर्देश

जालंधर, 21 मार्च (वार्ता) पंजाब में जालंधर के उपायुक्त जसप्रीत सिंह ने मंगलवार को जिले में चल रहे ओट क्लीनिकों, नशामुक्ति केंद्रों और पुनर्वास केंद्रों के प्रदर्शन की समीक्षा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को प्राइवेट नशामुक्ति केंद्रों और पुनर्वास केंद्रों का मासिक निरीक्षण सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।
जिला प्रशासकीय परिसर में जिला नशामुक्ति एवं पुनर्वास सोसायटी की गवर्निंग बॉडी की बैठक के दौरान उपायुक्त ने कहा कि जिले में चल रहे सभी प्राइवेट नशामुक्ति केंद्रों और पुनर्वास केंद्रों का हर महीने निरीक्षण किया जाए ताकि नशा पीड़ितों के लिए आवश्यक दवाओं और अन्य उपचार सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा सके। उन्होंने निर्देश दिए कि इन नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों में उपचार के लिए भर्ती मरीजों का पूरा रिकार्ड रखा जाए और मासिक रिपोर्ट सोसायटी को भेजी जाए।
उपायुक्त ने नशे के आदी लोगों को समाज की मुख्य धारा में शामिल करने के लिए ठोस प्रयास करने पर जोर देते हुए कहा कि ऐसे मरीजों को नशामुक्ति एवं पुनर्वास केंद्रों में काउंसलिंग देने के साथ योग, एरोबिक्स और खेलों के प्रति प्रोत्साहित करने के प्रयास किए जाएं। नशा पीड़ित को योग अभ्यास करवाने के लिए संबंधित अधिकारियों को जिला आयुर्वेदिक एवं यूनानी दफ़्तर से तालमेल करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों के बारे में जागरुक किया जाए, जिसके लिए जिले के स्कूलों और कॉलेजों में नियमित रूप से जागरुकता अभियान चलाए जाएं ताकि विद्यार्थियों को नशे से दूर रखा जा सके।
सिविल सर्जन एवं मेडिकल सुपरिडेंटेड डॉ राजीव शर्मा और उप-चिकित्सा आयुक्त डॉ ज्योति शर्मा ने बताया कि 31 ओट क्लीनिकों के साथ ही सिविल अस्पताल में 50 बेड का नशामुक्ति केंद्र और कम्युनिटी स्वास्थ्य केंद्र नूरमहल में 10 बेड का नशामुक्ति केंद्र चलाया जा रहा है। इसके इलावा गांव शेखे स्थित पुनर्वास केंद्र में नशा पीड़ितों को मुफ्त इलाज की सुविधा दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिले में चल रहे सरकारी ओट क्लीनिक में नशामुक्ति से पीड़ित करीब 17,591 मरीजों का रजिस्ट्रेशन कर निःशुल्क इलाज किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सन फाउंडेशन के सहयोग से शेख पुनर्वास केंद्र में नशा पीड़ित को वोकेशनल प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है, ताकि स्वस्थ होने के बाद उन्हें रोजगार मिल सके। इस मौके पर उपायुक्त ने ओट क्लीनिक में आने वाले नशा पीड़ित मरीजों को व्यावसायिक प्रशिक्षण देने के प्रयास करने के निर्देश दिए।
ठाकुर.श्रवण
वार्ता
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