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सिरसा में बेमौसमी बरसात व ओलवृष्टि से किसानों के अरमानों पर फिरा पानी

सिरसा 24 मार्च (वार्ता) हरियाणा के सिरसा में तीन रोज के अंतराल के बाद बेमौसमी बरसात, ओलावृष्टि व तेज हवाओं से पकाव पर पहुंची गेहूं व सरसों की फसल को तबाह कर दिया। साथ किसानों के अरमानों पर भी पानी फिर गया।
शुक्रवार दोपहर तेज अंधड़ के साथ हुई ओलावृष्टि से फसलें बिछ गई हैं जिससे किसानों की चिंता बढ़ गई है।
गौरतलब है कि सिरसा प्रदेशभर में सर्वाधिक गेहूं उत्पादन वाला इलाका है। क्षेत्र में औलावृष्टि इतनी ज्यादा थी कि घरों के आंगन व खाली पड़े खेतों में सफे द चादर सी बिछ गई। उधर,भारतीय किसान एकता के प्रतिनिधियों ने जिला के अतिरिक्त उपायुक्त से मिलकर एक ज्ञापन देते हुए खराब हुई फसल की विशेष गिरदावरी करवाते हुए शीघ्र अति शीघ्र मुआवजा की मांग की है।
भारतीय किसान एकता बीकेई अध्यक्ष लखविंद्र सिंह औलख ने बताया कि खरीफ-2022 में जिले के नाथूसरी चोपटा क्षेत्र में जलभराव हुआ था, उसका किसानों को अभी तक मुआवजा नहीं दिया गया है। वहीं कुछ दिन पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने घने कोहरे के कारण खराब हुई आलू व सरसों की फसल की स्पैशल गिरदावरी करवाने को कहा था, लेकिन अभी तक ऐसा नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सरकार अपनी कथनी और करनी को ध्यान में रखते हुए ही कोई बयान जारी करे।
श्री औलख ने बताया कि पिछले करीब एक सप्ताह से खराब चल रहे मौसम के बाद आज हुई बरसात,ओलावृष्टि व तेज हवाओं के कारण किसानों की काफी फसलें खराब हो गई है। उन्होंने कहा कि सरकार जिलेभर में किसानों की खराब हुई सभी फसलों की विशेष गिरदावरी करवाकर हुए नुकसान की भरपाई करे, ताकि किसानों को कुछ राहत मिल सके। वहीं खरीफ की फसल की बिजाई के लिए कपास व बीटी कॉटन नरमा का बीज उपलब्ध करवाया जाए। सरसों की खरीद का सरलीकरण बनाया जाए, एक किसान की सारी सरसों तुलवाई जाए। सरसों के खरीद केन्द्रों में रोड़ी गांव को भी जोड़ा जाए और रोड़ी गांव के साथ-साथ कोरोना काल में जितने भी खरीद केंद्र बनाए गए थे, उन सभी को जल्द से जल्द शुरू किया जाए। इसके साथ-साथ सिरसा जिले के गांव खारिया क्षेत्र में जंगली सूअरों व नील गायों से किसानों को निजात दिलाई जाए, जोकि किसानों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा रहे हैं।
इस मौके पर प्रकाश ममेरां, अंग्रेज सिंह कोटली, मनदीप सिंह, जगजीत सिंह, अमरीक सिंह, मोरीवाला, सरदूल सिंह मोरीवाला, राजू सिंह रघुआना, राजेंद्र दहिया डिंग, सुभाष झोरड़, नत्था सिंह, सुरजीत सिंह, गुरप्रीत सिंह रोड़ी, विनोद जांदू, सुशील सहारण, देवेंद्र सिंह एमसी, सूबा सिंह, रविकांत बनसुधार, जसकरण बराड़ सहित काफी संख्या में किसान उपस्थित थे।
सं.संजय
वार्ता
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