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सोनीपत की मंडियों में तीन लाख 34 हजार 197 टन गेहूं की खरीद

सोनीपत,01 मई (वार्ता) हरियाणा में सोनीनत जिले की विभिन्न 24 मंडियों और खरीद केंद्रों में तीन लाख 34 हजार 197 टन गेहूं की आवक हो चुकी है।
उपायुक्त ललित सिवाच ने सोमवार को बताया कि कुल आवक में खाद्य एवं आपूर्ति विभाग ने 111164, हैफेड 125852, एचडब्ल्यूसी 67400 और फूड कार्पोरेशन आफ इंडिया (एफसीआई) ने 29781 टन गेहूं की खरीद की है।
जिले की मंडियों में पहुंचे गेहूं में बरोदा खरीद केन्द्र पर 4465 टन, भैसवाल 4701 टन, बिचपड़ी 1310 टन, दतौली 4652 टन, फरमाणा 12645 टन, गन्नौर 23257 टन, गोहाना 118279 टन, कासंडी 11410 टन, कथूरा 8771 टन, खानपुर 5017 टन, खरखौदा 47027 टन, मुण्डलाना 5937 टन, मुरथल 9315 टन, नाहरा 6285 टन, पुगथला 17564 टन, पुरखास 3799 टन, रूखी 15073 टन, सनपेड़ा 7771 टन तथा सोनीपत में 21654 टन तथा सोनीपत साइलो में 5265 टन गेहूं की आवक हुई है।
उपायुक्त सिवाच ने बताया कि गेहूं की खरीद 2125 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की गई है। उन्होंने किसानों का आह्वान किया है कि वे अपनी फसलों को साफ एवं सुखाकर मंडियों में लाए। किसान फसल अवशेषों को न जलाए। फसल अवशेषों से पशुओं के लिए चारा बनाकर चारे की कमी को दूर किया जा सकता है। फसल अवशेष जलाने से पर्यावरण प्रदूषित होता है तथा जानमाल की हानि होने का अंदेशा बना रहता है। फसल अवशेष जलाने से मिट्टी की उर्वरा शक्ति कमजोर होती है तथा किसान के मित्र कीट भी नष्ट हो जाते हैं। जिले में फसल अवशेष जलाने पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया गया है।
सं.विजय.श्रवण
वार्ता
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