राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: May 9 2023 6:29PM ‘निश्चय सिविल सर्विसेज’ ट्रेनिंग एकेडमी का पहला बैच शुरूअमृतसर, 09 मई (वार्ता) शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) ने सिख युवाओं को प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयार करने के लिए अपनी 'निश्चय सिविल सेवा प्रशिक्षण अकादमी' के पहले बैच के लिए 11 उम्मीदवारों का चयन किया है। इस अकादमी में चयनित अभ्यर्थियों की फीस, आवास और भोजन का खर्च एसजीपीसी द्वारा वहन किया जाएगा।पिछले दिनों एसजीपीसी की कार्यकारिणी ने इस अकादमी की स्थापना का निर्णय लिया था, जिसके तहत आईएएस, आईपीएस, आईएफएस और पीपीएससी आदि की प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए हर साल 25 सिख छात्रों को तैयार करने की मंजूरी दी गई थी।चंडीगढ़ में एसजीपीसी के उप कार्यालय में आज एसजीपीसी के अध्यक्ष हरजिंदर सिंह धामी ने पहले बैच के लिए चुने गए 11 उम्मीदवारों को प्रवेश पत्र सौंपे। इस मौके पर हरजिन्दर सिंह धामी ने कहा कि पंजाब के नौजवानों का विदेश में पढ़ने का रुझान बहुत ही चिंताजनक है, जिससे पंजाब के प्रशासनिक हलकों में सिख नौजवानों की कमी है। उन्होंने कहा,“ यह एक चिंता का विषय है, क्योंकि अगर हमारे बच्चे राज्य में उच्च पदों पर तैनात नहीं होंगे, तो सांस्कृतिक और क्षेत्रीय विरासत को वांछित प्रतिनिधित्व नहीं मिलेगा। इसलिए, एसजीपीसी ने सिख युवाओं को नागरिक और प्रशासनिक सेवाओं के लिए तैयार करने के लिए एक अकादमी खोली, जिसमें हर साल 25 सिख युवाओं को प्रशिक्षित किया जाएगा। ”धामी ने कहा कि पहले बैच के लिए 11 उम्मीदवारों का चयन किया गया है और शेष 14 सीटों को भरने के लिए फिर से प्रक्रिया शुरू की जाएगी। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी को 350 छात्रों के आवेदन मिले थे, जिसके बाद विभिन्न चरणों में स्क्रीनिंग के माध्यम से 11 छात्रों का चयन किया गया है। एसजीपीसी अध्यक्ष ने कहा कि पारदर्शी तरीके से मेरिट के आधार पर चयन किया गया है।चयनित उम्मीदवारों में भोपाल की एक लड़की और जम्मू-कश्मीर की दो लड़कियां शामिल हैं, जबकि अन्य पंजाब की हैं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में एसजीपीसी अकादमी ने चंडीगढ़ के एक प्रमुख कोचिंग सेंटर के साथ समझौता किया है, जहां चयनित उम्मीदवारों को कोचिंग दी जाएगी। उन्होंने यह भी बताया कि जो छात्र आगे पढ़ना चाहते हैं, उनके लिए भी एसजीपीसी इसकी व्यवस्था करेगी।एसजीपीसी अध्यक्ष ने इस महत्वपूर्ण कार्य में सहयोग देने के लिए देश-विदेश की संस्थाओं व संगत का भी आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी इस काम को और आगे बढ़ाना चाहती है और खुशी की बात है कि देश-विदेश से कई संस्थाएं सहयोग के लिए आगे आ रही हैं। ठाकुर.श्रवण वार्ता