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सीमावर्ती इलाकों में सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए 20 करोड़ रुपये मंजूर

अमृतसर, 17 मई (वार्ता) पंजाब के विशेष पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) अर्पित शुक्ला बुधवार को कहा कि ड्रोन और सीमा पार तस्करों की आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखने के लिए मुख्यमंत्री भगवंत मान ने सीमावर्ती गांवों में रणनीतिक स्थानों पर क्लोज्ड सर्किट टेलीविजन (सीसीटीवी) कैमरे लगाने के लिए 20 करोड़ रुपये मंजूरी दी।
इसके अतिरिक्त डीजीपी पंजाब गौरव यादव ने हथियारों/नशीले पदार्थों की बरामदगी के लिए ड्रोन गतिविधि की जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये का इनाम देने की भी घोषणा की है।
स्पेशल डीजीपी के साथ आईजी फ्रंटियर हेडक्वार्टर, बीएसएफ जालंधर डॉ अतुल फुलजेले अमृतसर के खासा में बीएसएफ और पंजाब पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ सीमा पार तस्करी को रोकने के लिए सीमा पर सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए एक संयुक्त समन्वय सह समीक्षा बैठक करने के लिए पहुंचे। बैठक में शामिल होने वाले वरिष्ठ अधिकारियों में डीआईजी बॉर्डर रेंज नरिंदर भार्गव और डीआईजी फिरोजपुर रेंज रंजीत सिंह ढिल्लों के साथ चार डीआईजी और बीएसएफ के चार कमांडेंट शामिल थे।
बीएसएफ और पंजाब पुलिस के बीच अधिक तालमेल और टीमवर्क का आह्वान करते हुए, विशेष डीजीपी शुक्ला ने कहा कि यह सही समय है कि दोनों विशिष्ट बलों को पंजाब की सीमाओं पर ड्रोन संचालन का मुकाबला करने के लिए मिलकर काम करना चाहिए और बेहतर समन्वय करना चाहिए। राज्य की सीमाओं पर ड्रोन संचालन से नया खतरा उभरा है। उन्होंने सीमा पार से पंजाब में नशीले पदार्थों और हथियारों की तस्करी को रोकने के लिए साक्ष्य-आधारित और सक्रिय पुलिसिंग करने की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
विशेष डीजीपी ने सीमावर्ती जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों (एसएसपी) को सुरक्षा की दूसरी पंक्ति के रूप में पुलिस बल को तेज करने के लिए कहा, जो भारतीय सीमा में अपराधियों द्वारा ड्रोन के माध्यम से गिराए गए मादक पदार्थों के संग्रह को रोकने में मदद करेगा। उन्होंने सीमा पार तस्करी में शामिल भारतीय नागरिकों पर निगरानी रखने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए सीमावर्ती गांवों में रणनीतिक स्थानों और हॉटस्पॉट पर भी चर्चा की। उन्होंने बीएसएफ के अधिकारियों को पंजाब पुलिस के साथ संदिग्ध व्यक्तियों की गतिविधियों की जानकारी साझा करने के लिए कहा ताकि वे उनकी गतिविधियों पर कड़ी निगरानी रख सकें और किसी भी आपराधिक गतिविधि में शामिल पाए गए लोगों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई सुनिश्चित कर सकें।
विशेष डीजीपी शुक्ला ने सीपी/एसएसपी को निर्देश दिया कि वे अपने-अपने अधिकार क्षेत्रों में पुलिस चौकियों को विशेष रूप से रात के समय बढ़ाएं और हर नाके पर अधिक से अधिक वाहनों की चेकिंग सुनिश्चित करें, जिससे आतंकवादी और आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मदद मिलेगी। उन्होंने सलाह दी कि सभी नाकों को इस तरह से सिंक्रोनाइज़ किया जाना चाहिए कि वे एक कॉल पर तुरंत सक्रिय हो जाएं। उन्होंने सीमावर्ती क्षेत्रों में तस्करों और अपराधियों के बीच सांठगांठ का मुकाबला करने के लिए सीमावर्ती क्षेत्रों में ग्राम रक्षा समितियों (वीडीसी) को सक्रिय करने का भी प्रस्ताव दिया। उन्होंने कहा, “ये समितियां पुलिस की आंख और कान के रूप में काम करेंगी और सीमावर्ती राज्य से ड्रग्स, आतंकवादियों और गैंगस्टरों का सफाया करने के लिए पंजाब पुलिस के प्रयासों का पूरक होंगी।”
इस बीच, एसएसपी अमृतसर ग्रामीण सतिंदर सिंह, एसएसपी बटाला अश्विनी गोत्याल, एसएसपी गुरदासपुर हरीश दयामा, एसएसपी पठानकोट हरकमलप्रीत सिंह खाख, एसएसपी फाजिल्का अवनीत कौर सिद्धू, एसएसपी फिरोजपुर भूपिंदर सिंह और एसएसपी तरनतारन गुरमीत सिंह चौहान भी बैठक में शामिल हुए।
ठाकुर, उप्रेती
वार्ता
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