राज्य » पंजाब / हरियाणा / हिमाचलPosted at: Feb 17 2024 5:39PM मान ने किसानों के हितों के साथ विश्वासघात किया: हरसिमत बादलअमृतसर, 17 फरवरी (वार्ता) पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं बठिंडा सीट से सांसद हरसिमरत कौर बादल ने आज केंद्र सरकार से किसानों की आवाज सुनने और दो साल पहले किसानों से आंदोलन वापस लेने पर किये गये वादों सहित उनकी मांगों को मानने की अपील की है।श्रीमती बादल ने शनिवार को यहां पत्रकारों से कहा कि केंद्र सरकार दो साल पहले न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को कानूनी इकाई बनाने के तरीकों और साधनों की जांच के लिये एक समिति गठित करने पर सहमत हुई थी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया। उन्होंने कहा,‘‘ किसानों की कई अन्य मांगों को स्वीकार न किये जाने के कारण उन्हें दोबारा आंदोलन करने के लिये मजबूर होना पड़ा है। केंद्र को किसानों द्वारा की गयी सभी मांगों पर सकारात्मक रूप से विचार करना चाहिये। उन्हें जल्द से जल्द लागू करना चाहिये। ”उन्होंने सभी सिख बंदियों (बंदी सिंहों) को रिहा करने की अपील करते हुये कहा कि केंद्र सरकार ने 2019 में श्री गुरु नानक देव जी की 550वें प्रकाश पर्व के अवसर पर ऐसा करने पर सहमत हुई थी, लेकिन वादे को निभाने में विफल रही है।श्रीमती बादल ने किसानों के हितों के साथ विश्वासघात करने के लिये मुख्यमंत्री की निंदा करते हुये कहा कि मुख्यमंत्री ने किसानों से वादा किया था कि राज्य में सरकार बनने पर आम आदमी पार्टी की सरकार एमएसपी पर फसल खरीदेगी, लेकिन वह ऐसा करने में नाकाम रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पंजाब क्षेत्र में हरियाणा पुलिस द्वारा किसानों पर हमले को रोकने में गृह मंत्री के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे हैं। उन्होंने कहा,‘‘ पंजाब के किसानों पर आंसू गैस और रबड़ की गोलियों से हमला करने के लिये हरियाणा पुलिस के कर्मचारियों के खिलाफ कोई मामला दर्ज क्यों नहीं किया गया है। ”उन्होंने शंभू बार्डर पर बैरिकेडिंग करके इसे अंतरराष्ट्रीय सीमा में बदलने और पंजाब के किसानों को अपनी राजधानी- दिल्ली की ओर जाने की अनुमति देने से इन्कार करने के लिये भी हरियाणा सरकार की निंदा की है। उन्होने कहा कि गोलीबारी के दौरान रबड़ की गोली से एक किसान शहीद हो गया जबकि कई अन्य किसान घायल हो गये। उन्होंने हरियाणा पुलिस की ऐसी क्रूर कार्रवाई को बंद करने का आह्वान किया।उन्होंने कहा कि कांग्रेस किसानों के हित के लिये मगरमच्छ के आंसू बहा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘ यह वही पार्टी है जिसने स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट को लागू करने से साफ इन्कार कर दिया था, जो विभिन्न फसलों के लिये एमएसपी तय करने के लिये निष्पक्ष होकर किसान अनुकूल दृष्टिकोण की मांग करती है। ” उन्होंने कहा कि यह सरासर पाखंड है कि कांग्रेस अब वादा कर रही है कि अगर वह सत्ता में आई तो सभी फसलों के लिये एमएसपी लागू करेगी।उन्होंने कहा कि अकाली दल हमेशा किसानों की भलाई के लिये डटकर खड़ा रहा है।उन्होंने कहा कि इसी तरह खाद्यान्नों की सुचारू खरीद सुनिश्चित करने के लिये मंडियों के निर्माण के साथ अनाज की कुशलतापूर्वक खरीद संभव बनाने के लिये आवश्यक सड़क बुनियादी ढ़ांचे का निर्माण अकाली दल ने किया था। ठाकुर.श्रवण वार्ता